सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने गुरुवार को कहा कि मानवयुक्त और मानवरहित सैन्य संसाधनों में समन्वय बनाना नई पीढ़ी के विमानों में कम्युनिकेशन और भविष्य के युद्धों के लिहाज से बेहद अहम होगा।
भारत इस दिशा में अहम कदम उठा रहा है। नई दिल्ली में आयोजित हुए ‘एविएशन एक्सपो 2023’ में अपने संबोधन में सीडीएस ने ये बातें कही। कार्यक्रम में शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने भविष्य की तकनीक को विकसित करने की जरूरत बताई ताकि सुरक्षा चुनौतियों से निपटा जा सके।
जनरल अनिल चौहान ने कहा कि हिंदुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड नई एवियोनिक्स तकनीक और हार्डवेयर को लागू करने में अग्रणी भूमिका निभा रही है। हम बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं और यह सिर्फ भू-राजनीतिक बदलाव नहीं है बल्कि तकनीकी और आर्थिक बदलाव भी हैं। यह जरूरी है कि आधुनिक सेनाएं हमेशा युद्ध के लिए तैयार रहें, साथ ही वह भविष्य की लड़ाई के लिए भी तैयारी करती रहें। सीडीएस ने कहा कि मानवयुक्त और मानवरहित संसाधनों में समन्वय भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों के लिहाज से अहम है।
एक्सपो में सीडीएस अनिल चौहान के अलावा भारतीय वायुसेना के डिप्टी चीफ एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित और हिंदुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड के चेयरमैन सीबी अनंतकृष्णन भी मौजूद रहें। सीडीएस ने कहा कि बदलावों के साथ कदमताल करने के लिए जरूरी है कि सैन्य और वैज्ञानिक समुदाय, डेवलेपर्स और एंटरप्रेन्योर्स अहम तकनीकी ट्रेंड्स की पहचान करें ताकि हम तकनीकी तौर पर आगे रह सकें।
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