दिल्ली आबकारी घोटाला मामले में दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सोमवार को राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत 10 जनवरी, 2024 तक बढ़ा दी है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज कोर्ट से अतिरिक्त दस्तावेज दाखिल करने के लिए समय देने की मांग की, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया। बीती 21 नवंबर को कोर्ट ने मनीष सिसोदिया और अन्य की न्यायिक हिरासत 11 दिसंबर तक बढ़ा दी थी। आज फिर कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत बढ़ा दी।
बता दें कि हाल ही में भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। उनकी पिछली जमानत अर्जी हाई कोर्ट के साथ-साथ ट्रायल कोर्ट ने भी खारिज कर दी थी। हालांकि जून में उच्च न्यायालय ने उन्हें हिरासत में अपनी पत्नी से मिलने की अनुमति दे दी थी।
गौरतलब है कि सीबीआई ने 25 अप्रैल को इस मामले में दिल्ली में पूरक चार्जशीट दाखिल की थी। पूरक चार्जशीट में मनीष सिसोदिया के अलावा बुची बाबू, अर्जुन पांडेय और अमनदीप ढल को आरोपित बनाया गया था। बुची बाबू तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसी राव की बेटी के. कविता के सीए रह चुके हैं।
दिल्ली एक्साइज पॉलिसी मामले में आप सांसद संजय सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है। वह न्यायिक हिरासत में हैं और शुक्रवार को संबंधित अदालत में सिसोदिया को पेश किया गया। इस मामले में ईडी ने 9 मार्च को सिसोदिया को गिरफ्तार किया था। इससे पहले उन्हें 26 फरवरी को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने 25 नवंबर, 2022 को पहली चार्जशीट दाखिल की थी।
विशेष न्यायाधीश एम के नागपाल ने कल सिसोदिया की अर्जी पर सुनवाई की थी। कोर्ट दिल्ली एक्साइज पॉलिसी से जुड़े सीबीआई और ईडी के मामलों की सुनवाई कर रही है। पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया सीबीआई के साथ-साथ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी आरोपी हैं। दोनों मामलों में सिसोदिया और अन्य आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किए जा चुके हैं।
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