इजरायल और हमास का युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच, फिलिस्तीन दूतावास में काउंसलर बासेम एफ हेलिस ने फिलिस्तीन का समर्थन करने और हर बार एकजुटता दिखाने के लिए भारत को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि यह युद्ध कब्जे को लेकर है। उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन आक्रामकता को रोकने और एकजुटता हासिल करने की मांग कर रहा है। बता दें कि हेलिस की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब इजरायल और हमास के बीच युद्ध तीसरे महीने में प्रवेश कर गया है।
हेलिस ने कहा कि हम इस बारे में बात कर रहे हैं कि यह वास्तव में यहूदियों और मुसलमानों के बीच संघर्ष नहीं है क्योंकि इजरायल धर्म या धार्मिक संघर्ष के बारे में बात कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूं। सिर्फ मुस्लिमों का नहीं, यहूदी धर्म का भी सम्मान करता हूं। यह संघर्ष मुसलमानों और यहूदियों के बीच नहीं है। यह 100 वर्षों से अधिक समय से हमारी मातृभूमि पर कब्जे के बारे में है। यह फिलिस्तीनियों और इजरायल के लोगों के बीच तनाव और संघर्ष का मामला नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह सात अक्टूबर से शुरू नहीं हुआ है। यह लंबे समय से है और हर बार हम भारतीय लोगों से अधिक समर्थन चाहते हैं। वास्तव में केवल मुस्लमानों का ही नहीं बल्कि हर धर्म से समर्थन मिल रहा है। मैं आज सभी भाषणों को सुन रहा हूं, वे सभी धर्मों से हैं। यह सिर्फ मुसलमानों की ओर से नहीं है। हम अपने घर में युद्ध को रोकने चाह रहे थे। हमारा समर्थन करने और हर बार एकजुटता दिखाने के लिए भारत और वहां के सभी लोगों को धन्यवाद।
इस बीच, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सीताराम येचुरी ने गाजा में इजरायल की कार्रवाई को नरसंहार बताया और कहा कि यह आत्मरक्षा नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गाजा में युद्ध समाप्त करने का आह्वान करना चाहिए।
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