इजरायल और हमास के बीच युद्ध लगातार जारी है। इस बीच विश्व बैंक ने बताया है कि गाजा में इजरायल-हमास युद्ध का फिलिस्तीनी अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। युद्ध का प्रभाव इस वर्ष होने के साथ-साथ अगले वर्ष और भी तेजी से बढ़ सकता है।
विश्व बैंक ने एक बयान में बताया कि हजारों लोगों की जान के अलावा, इस संघर्ष ने फिलिस्तीन की अर्थव्यवस्था को भी गंभीर रूप से प्रभावित किया है। फिलिस्तीन केंद्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार, पूरे फिलिस्तीन की अर्थव्यवस्था में गाजा का योगदान 2005 में लगभग 36 प्रतिशत था, जो अब घटकर केवल 17 प्रतिशत रह गया। गाजा के साथ- साथ वेस्ट बैंक भी शामिल है।
विश्व बैंक ने आगे बताया है कि 7 अक्टूबर को हमास के हमलों के बाद इजरायल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। इसके साथ ही इजरायल ने गाजा और वेस्ट बैंक दोनों से फिलिस्तीनी श्रमिकों के लिए अपनी सीमाओं को बंद कर दिया, जिससे फिलिस्तीन की अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ने की संभावना है।
फिलिस्तीन की अर्थव्यवस्था में गाजा का यागदान भले ही कम हो, लेकिन इसके बावजूद विश्व बैंक को उम्मीद है कि इस वर्ष समग्र फिलिस्तीनी अर्थव्यवस्था में 3.7 प्रतिशत की गिरावट आएगी। युद्ध से पहले देश की अर्थव्यवस्था में 3.2 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई थी।
वहीं, अगले वर्ष हालात और भी खराब होने की आशंका है। बता दें कि विश्व बैंक ने इससे पहले फिलिस्तीन की 2024 में अर्थव्यवस्था में 3.0 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया था। अगर यह युद्ध लंबा चलता है तो अर्थव्यवस्था पर प्रभाव और भी खराब हो सकता है।
इस बीच इजरायल के आंकड़ों के अनुसार, इस युद्ध में उसके 1,200 लोग मारे गए हैं। वहीं, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा में 18,400 से अधिक लोग मारे गए हैं। इसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि गाजा के 24 लाख लोगों में से 19 लाख लोग युद्ध के कारण विस्थापित हो चुके हैं।
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