संसद भवन की सुरक्षा में बुधवार को बड़ी चूक हुई। लोक सचिवालय ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए संसद की सुरक्षा टीम से जुड़े आठ कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया गया है।
तो वहीं 13 दिसंबर को सुरक्षा चूक की घटना के बाद संसद में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मकर द्वार से केवल सांसदों को ही संसद भवन में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है और भवन में प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों के जूते उतरवाकर भी उनकी गहन जांच की जा रही है।
बता दें, संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर सुरक्षा में एक बड़ा उल्लंघन हुआ। दो युवक लोकसभा के अंदर सांसदों के बीच में दर्शक दीर्घा से उस वक्त कूद गए जब सदन की कार्यवाही जारी थी। इनमें से एक युवक पीछे से कूदते-फांदते हुए सांसदों के बीच जा पहुंचा और जूते से स्प्रे निकालकर पूरे सदन को धुआं-धुआं कर दिया।
जिसके बाद संसद में प्रवेश करने वाले चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसमें सागर शर्मा लखनऊ के आलम बाग (उत्तर प्रदेश) का रहना वाला है। वह बैटरी रिक्शा चलाता था। उसके पिता कारपेंटर हैं। उसकी मां ने दावा किया कि दिल्ली में धरना प्रदर्शन में भाग लेने के बहाने वह घर से दिल्ली के लिए निकला था। तीन दिन पहले वह दिल्ली आया था।
दुसरा आरोपी मनोरंजन मैसूर के कर्नाटक का रहने वाला है। वह बीटेक कर रहा है। तो वहीं तीसरा अमोल शिंदे लातूर जिले (महाराष्ट्र) का रहने वाला है। अमोल दौड़ लगाता था और भारतीय सेना में भर्ती होने की कोशिश कर रहा था।
इसमें एक महिला आरोपी भी शामिल है नीलम जो हरियाणा के जींद जिले की रहने वाली है। नीलम भी बेरोजगार है। वह धरना प्रदर्शन में भाग लेती रहती है। वह BA, MA, B.Ed, M.Ed, CTET, M.Phil और NET उत्तीर्ण किया है। उन्होंने कई बार बेरोजगारी का मुद्दा उठाया था और किसानों के विरोध प्रदर्शन में भी भाग लिया था।
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