नई दिल्ली: तेल कंपनियों के लिए राहत की खबर है. कच्चे तेल के दाम में उतार-चढ़ाव के बीच केंद्र सरकार ने देश में उत्पादित कच्चे तेल पर लागू अप्रत्याशित लाभ कर (विंडफॉल टैक्स) में बड़ी कटौती की है. वहीं, डीजल के निर्यात विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क (एसएईडी) में कटौती की गई है. हालांकि, एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) निर्यात पर लागू लेवी में इजाफा किया गया है. नई दरें मंगलवार से लागू हो गई हैं.
सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स की दर 5 हजार रुपये प्रति टन से घटा कर 1,300 रुपये प्रति टन कर दी गई है. इसके साथ ही डीजल के निर्यात पर मौजूदा एसएईडी को एक रुपये प्रति लीटर से घटा कर 0.50 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है. वहीं, एटीएफ के निर्यात पर लेवी शून्य से बढ़ा कर एक रुपये प्रति लीटर कर दी गई है. हालांकि, पेट्रोल पर एसएईडी अभी शून्य बना रहेगा.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले एक दिसंबर को केंद्र सरकार ने कच्चे पेट्रोलियम पदार्थों पर विंडफॉल टैक्स को 6,300 रुपये प्रति टन से घटा कर 5 हजार रुपये प्रति टन करने की घोषणा की थी. भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की बढ़ती कीमत के जवाब में जुलाई, 2022 में पहली बार विंडफॉल टैक्स लगाया था.
बता दें, विंडफॉल टैक्स एक बार लगने वाला टैक्स है. ये उन कंपनियों पर लगाया जाता है जिनके बारे में माना जाता है कि उन्होंने बाजार की अनुकूल स्थितियों के कारण जरूरत से ज्यादा लाभ कमाया है. सरकार द्वारा अप्रत्याशित और औसत से ज्यादा लाभ कमाने वाली कंपनियों पर लगाए गए टैक्स को विंडफॉल टैक्स के रूप में जाना जाता है.
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