यरुशलम: युद्ध के चलते क्रिसमस पर ईसा मसीह की जन्मभूमि बेथलेहम में संभवत: पहली बार सन्नाटे के हालात रहे. वहां रहने वाले ईसाइयों ने गिरजाघर में एक मोमबत्ती जलाकर फलस्तीनी क्षेत्र में शांति के लिए प्रार्थना की. बेथलेहम इजराइल के कब्जे वाले फिलस्तीनी क्षेत्र वेस्ट बैंक का शहर है. इजराइली वायुसेना के हवाई हमले मध्य रात्रि से कुछ पहले शुरू हुए और उसके बाद सुबह तक अनवरत जारी रहे. इस हमले में 100 से अधिक फिलस्तीनी नागरिकों के मारे जाने की आशंका है.
गाजा में 11 हफ्ते से जारी लड़ाई में रविवार-सोमवार की रात सबसे ज्यादा खूनखराबे वाली रही. बीती रात इजरायली हमलों में 100 लोग मारे गए और इससे ज्यादा घायल हुए. इस खूनखराबे से विचलित ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने इजरायली बंधकों की अविलंब रिहाई और उसके साथ ही युद्ध की समाप्ति की अपील की है.
फिलस्तीनी मीडिया के अनुसार, इजराइली सेना के हमलों के निशाने पर अब मध्य गाजा का क्षेत्र है. वहां पर रात-दिन बमबारी और गोलाबारी हो रही है. इजराइल के ताजा हमलों में मरने वाले ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. ज्यादातर लोग अल-बुरेज, अल-नुसीरत और मेघाजी शहरों में मारे गए हैं. दक्षिण के बड़े शहर खान यूनिस में बीती रात के हवाई हमलों में 23 लोग मारे गए हैं. मध्य गाजा के शहरों और खान यूनिस में मारे गए लोगों की कुल संख्या 100 है.
इजाराइली सेना ने कहा है कि उसने लक्ष्य पर हमले किए हैं, इसलिए वह मरने वालों की सही संख्या का पता लगाएगी. इस बीच गाजा के कई शहरों में भीषण लड़ाई जारी है, सोमवार को इजरायल के दो सैनिक और मारे गए. इन्हें मिलाकर 20 अक्टूबर से शुरू हुई जमीनी कार्रवाई में मरने वाले सैनिकों की कुल संख्या 158 हो गई है. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हमें युद्ध की भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है लेकिन इसके अतिरिक्त कोई विकल्प भी नहीं है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार
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