भारत का नया जंगी जहाज आईएनएस इम्फाल मंगलवार भारतीय नौसेना में शामिल हो गया है. इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और मणिपुर के मुख्यमंत्री आर बिरेन सिंह भी मौजूद थे. कमीशनिंग का कार्यक्रम मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड में आयोजित हुआ. आईएनएस इम्फाल विशाखापट्टनम क्लास का तीसरा गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर है. इसे पश्चिमी नौसेना कमान को सौंपा गया है. अब अरब सागर में भारत के दुश्मनों की खैर नहीं है. तो आइए जानते हैं इस युद्धपोत की क्या विशेषाएं हैं…
आईएनएस इंफाल से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-
1. आईएनएस इंफाल पहला युद्धपोत है, जिसका नाम उत्तरपूर्व के किसी शहर के नाम पर रखा गया है. आईएनएस इंफाल इस बात की अहमियत को बताता है कि देश की सुरक्षा और समृद्धि में देश का उत्तरपूर्व क्षेत्र भी अहम है. युद्धक जहाज का नाम मणिपुर की राजधानी इंफाल के नाम पर रखने के फैसले को वर्ष 2019 में राष्ट्रपति ने मंजूरी दी थी.
2. आईएनएस इंफाल का निर्माण मझगांव डॉक लिमिटेड में किया गया है और इसके निर्माण में 75 प्रतिशत तकनीक भारतीयल यानि स्वदेशी है. आईएनएस इंफाल पर जमीन से जमीन पर मार करने वाली, जमीन से हवा में मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइलें तैनात की गई हैं. साथ ही इस पर पनडुब्बियों को निशाना बनाने वाले रॉकेट लॉन्चर और 76एमएम की सुपर रैपिड गन भी फिट की गई हैं. आईएनएस इंफाल बराक 8 मिसाइलें, सर्विलांस रडार और टॉरपीडो से युक्त है.
3. आईएनएन इंफाल परमाणु हमले, जैविक हमले और रसायनिक हमले की स्थिति में भी लड़ने की क्षमता रखता है.
4. इसमें कंपाइंड गैस और गैस प्रोपल्शन तकनीक का इस्तेमाल हुआ है, जिसकी वजह से यह युद्धक जहाज 30 नॉट्स की स्पीड से चलने की ताकत रखता है.
5. नौसेना का कहना है कि भारत में अब तक बने युद्धक जहाजों में आईएनएस इंफाल सबसे बेहतर है और यह युद्धक जहाज बनाने की भारत की क्षमताओं को दर्शता है.
6. यह युद्धपोत नौसेना के प्रोजेक्ट 15बी (बिशाखापत्तनम) का एक हिस्सा है, जो कि प्रोजेक्ट 15ए (कोलकाता श्रेणी) और प्रोजेक्ट 15 (दिल्ली श्रेणी) का आधुनिक स्वरूप की तरह है.
7. आईएनएस इंफाल की कुल लंबाई 535 फीट, ऊंचाई 57 फीट और कुल वजन 7400 टन है, इस पर 300 नौसैनिक तैनात हो सकते हैं और यह एक बार में 42 दिनों तक समुद्र में रुक सकता है. इस पर ध्रुव और सी किंग हेलीकॉप्टर भी तैनात हो सकते हैं.
8. हिंद महासागर में चीन के बढ़ते प्रभाव के जवाब में भारतीय नौसेना भी लगातार अपनी क्षमताओं में वृद्धि कर रही है. आईएनएस इंफाल के नौसेना में शामिल होने से भारत की युद्धक क्षमताएं और ताकतवर होंगी.
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