गांधीनगर: वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट-2024 के दौरान “विकसित भारत@2047 के लिए गुजरात का रोडमैप” पर एक सेमिनार का आयोजन 10 जनवरी 2024 को गांधीनगर के महात्मा मंदिर में किया जाएगा. यह सेमिनार भविष्य के लिए गुजरात के रोडमैप के बारे में प्रमुख हितधारकों के बीच विचारों का आदान-प्रदान करने और राज्य के लिए प्रगति का मार्ग प्रशस्त करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा.
सेमिनार के बारे में योजना उप प्रभाग के सचिव राकेश शंकर ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इसमें दो तकनीकी सत्र होंगे. पहले सत्र में अच्छे स्वास्थ्य और अच्छी शिक्षा पर फोकस के साथ “2047 के लिए गुजरात का विज़न: “लिविंग वेल” और “नारी शक्ति: विमेन लेड डवलपमेंट” पर पैनल चर्चा की जाएगी. दूसरे तकनीकी सत्र में 3.5 ट्रिलियन डालर की राज्य अर्थव्यवस्था, कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के लिए स्कोप, भविष्य के लिए उद्योगों व सेवाओं और वैश्विक मानकों का एक मजबूत बुनियादी ढांचा तैयार करने के विजन पर ध्यान देने के साथ “2047 के लिए गुजरात का विज़न: “अर्निंग वेल” विषय पर पैनल चर्चा की जाएगी.
नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम, कैपसिटी बिल्डिंग कमीशन के चेयरमैन आदिल जैनुलभाई, यूनिसेफ भारत की प्रतिनिधि सिंथिया मैककैफ्रे, मान देशी बैंक की फाउंडर और चेयरपर्सन चेतना गाला सिन्हा, बीसीजी इंडिया के चेयरमैन, एमडी और सीनिटर पार्टनर जन्मेजय सिन्हा और नीति आयोग के सदस्य प्रोफेसर रमेश चंद सेमिनार को संबोधित करेंगे.
उन्होंने कहा कि यह सेमिनार विचारों का एक सम्मिश्रण बनेगा जिसमें प्रमुख राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अग्रणियों, सरकारी दिग्गजों और गुजरात के अन्य प्रमुख हितधारक अपने विचार प्रस्तुत करेंगे.
हिन्दुस्थान समाचार
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