भारतीय कुश्ती संघ में शुरू हुआ पहलवानों का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज महिला पहलवान विनेश फोगाट ने भी अपना सम्मान वापस कर दिया है. जब वह सम्मान वापस करने पीएमओ जा रही थीं, इसी दौरान पुलिस ने विनेश को कर्तव्यपथ पर रोक लिया. लिहाजा विनेश ने अपना खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड पुरस्कार कर्तव्य पथ बैरिकेड्स पर छोड़ दिया. वहीं 22 दिसंबर को बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री अवॉर्ड लौटाया था.
दरअसल, भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह ‘बबलू’ ने जीत हासिल की थी. इसे लेकर विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक समेत कई रेसलर नाराज चल रहे हैं. इन सभी की मांग की थी कि भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद पर किसी महिला को होना चाहिए.
हालांकि संजय सिंह के नेतृत्व में भारतीय कुश्ती महासंघ की नव निर्वाचित कार्यकारिणी को खेल मंत्रालय ने निलंबित कर दिया था. मंत्रालय ने अपने फैसले में कहा था कि भारतीय कुश्ती संघ ने मौजूदा नियमों के प्रति पूरी तरह से उपेक्षा दिखाई है. आधिकारिक विज्ञप्ति में खेल मंत्रालय ने कहा था कि राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की घोषणा जल्दबाजी में की गई और उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया. इसके बाद भी अब रेसलर द्वारा किया जा रहे विरोध पर सवाल उठ रहे हैं और कहा जा रहा है कि जब भारतीय कुश्ती संघ के नव निर्वाचित कार्यकारिणी को ही निलंबित कर दिया है और अब कोई भी अध्यक्ष नहीं है तो फिर ऐसे में किया जा रहा विरोध किस बात का. आरोप ये भी लग रहे हैं कि रेसलरों का ये प्रर्दशन राजनीतिक दलों के इशारों पर किया जा रहा है.
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