साल के पहले दिन सोमवार सुबह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक्सपोसेट (एक्स-रे पोलारिमीटर सेटेलाइट) लॉन्च कर इतिहास रच दिया. इसरो के PSLV-C58 XPoSat के सफल प्रक्षेपण के बाद, मिशन निदेशक डॉ. जयकुमार एम ने प्रक्षेपण में महिलाओं की उपलब्धियों की सराहना की.
जयकुमार ने कहा कि पीएसएलवी-सी58 मिशन ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण को प्रदर्शित किया. उन्होनें खुद इसकी वजह बताते हुए कहा, “XPoSat एक अंतरिक्ष वेधशाला है…यह पूरी तरह से महिला-इंजीनियर्ड उपग्रह है. यह सौर विकिरण और यूवी सूचकांक की तुलना के लिए महिला कर्मियों द्वारा बनाया गया है. यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण को दर्शाता है…”
आपको बता दें, श्रीहरिकोटा स्पेस सेंटर से सुबह 9 बजकर 10 मिनट पर PSLV-C58 XPoSat लॉन्च कर भारत ऐसा करने वाला दुनिया का दूसरा देश बन गया है. एक्सपोसेट ब्लैक होल के रहस्य का पता लगाएगा. दरअसल, वेधशाला को एक्सपोसेट या एक्स-रे पोलारिमीटर सैटेलाइट कहा जाता है.
एक साल से भी कम समय में यह भारत का तीसरा मिशन है. भारत अब एक उन्नत खगोल विज्ञान वेधशाला लॉन्च करने वाला दुनिया का दूसरा देश बन गया है. इसे विशेष रूप से ब्लैक होल और न्यूट्रॉन सितारों के अध्ययन के लिए तैयार किया गया है.
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