अयोध्या: गुजरात के अहमदाबाद में पंचधातु से निर्मित ‘अजय बाण’ मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम जी के लिए अयोध्या लाया गया है. ‘अजय बाण’ को अहमदाबाद के जय भोले ग्रुप ने बनवाया है. इसका वजन 11 किलो व लंबाई पांच फिट है. गुजरात के अंबाजी शक्तिपीठ में पूजा अर्चना के बाद अजयबाण अयोध्या के लिए रवाना किया गया था.
शक्तिपीठ अंबा जी का संबंध भगवान श्रीराम से है. त्रेतायुग की एक कथा है कि श्रीराम जी लक्ष्मण के साथ श्रंगी ऋषि के आश्रम में गये. श्रंगी ऋषि ने मां जगदम्बा की आराधना करने का सुझाव दिया. मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम जी अर्बुदा वन पहुंचे और मां जगदंबा की आराधना की. माता जगदम्बा ने प्रसन्न होकर भगवान श्रीराम को ‘अजय बाण’ का आशीर्वाद दिया. भगवान श्रीराम ने ‘अजय बाण’ से रावण का वध किया और अधर्म पर धर्म की विजय हुई. श्री आरासुरी अंबाजी माता देवस्थान ट्रस्ट और जय भोले ग्रुप अहमदाबाद के सदस्य ‘अजय बाण’ लेकर मंगलवार को अयोध्या पहुँचे. डबल पटेल ने ‘हिन्दुस्थान समाचार’ को बताया कि मां अम्बा और प्रभु श्रीराम जी का संबंध पुराना है. जो ‘अजय बाण’ मां अंबा ने श्री राम जी को दिया था, उस स्मृति को जीवंत रखने के लिए जय भोले ग्रुप ने ‘अजय बाण’ तैयार किया है.
जय भोले ग्रुप ने तैयार की है विशेष प्रकार की घड़ी
जय भोले ग्रुप की ओर से ‘अजय बाण’ के साथ राम मंदिर में लगाने के लिए कई प्रकार की दीवार घड़ी भी अयोध्या लायी गयी हैं. घड़ी में अंकों के स्थान पर 12 ऋषियों के नाम, हनुमान जी के 12 नाम और राम जी के नाम पर रखे अंकित किये गये हैं.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार
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