नई दिल्ली: केंद्रीय उपभोक्ता मामले के सचिव रोहित कुमार सिंह ने शुक्रवार को कहा कि डायरेक्ट सेलिंग उन युवाओं के लिए एक बेहतरीन अवसर है, जो खुद का अपना कारोबार शुरू करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं की संतुष्टि, क्वालिटी और क्वान्टिटी का ख्याल रखते हुए बिजनेस करना और मुनाफा कमाना उचित है. उन्होंने कहा कि आज स्व-रोजगार के पर्याप्त अवसर और सुविधाएं मौजूद हैं.
डायरेक्ट सेलिंग की दुनिया में अवसरों की भरमार
रोहित कुमार सिंह ने यहां कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के द्वारा कंस्टीट्यूशन क्लब में “डायरेक्ट सेलिंग-उद्यमियों को सशक्त बनाना” कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि युवाओं को ‘जॉब सीकर’ की तुलना में ‘जॉब गिवर’ बनना चाहिए. डायरेक्ट सेलिंग उन्हें यह मौका प्रदान करता है. उन्होंने महिला उद्यमियों के कार्य की सराहना भी की.
इससे पहले कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कैट के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि भारत में डायरेक्ट सेलिंग सेक्टर तेजी से आगे बढ़ रहा है. यह स्व-रोजगार का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, खासकर महिलाओं, युवा और उन व्यक्तियों के लिए, जो अपनी आजीविका में वृद्धि करना चाहते हैं. खंडेलवाल ने कहा कि वर्तमान में लगभग 50 हजार करोड़ के वार्षिक टर्नओवर के साथ इस क्षेत्र में सीधे 1.25 करोड़ से अधिक व्यक्तियों को स्व-व्यापार दिया जा रहा है और अन्य लाखों लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से लाभ एवं रोज़गार भी मिल रहा है.
महिलाओं के लिए खास मौके
कैट महामंत्री ने इस मौके पर ऐलान किया कि 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कैट डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशनों के साथ मिलकर दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में एक राष्ट्रीय महिला उद्यमिता महा-सम्मेलन आयोजित करेगा. इसमें देशभर से 25 हजार से अधिक महिला उद्यमी भाग लेंगी. इस सम्मेलन के उद्घाटन के लिए कैट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित करेगा. उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने ही देश में पहली बार इस क्षेत्र के महत्व को समझते हुए डायरेक्ट सेलिंग के नियम बनाये हैं.
उद्यमिता को बढ़वा देता है यह क्षेत्र
प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि डायरेक्ट सेलिंग भारत के खुदरा व्यापार का एक अभिन्न अंग है. उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र स्वयं उद्यमिता को बढ़ावा देता है. इसके लिए सरकार द्वारा इस क्षेत्र में व्यापार वृद्धि के लिए और अधिक नियामक और नीति समर्थन देने से यह सेक्टर बेहद मज़बूत होगा. कार्यक्रम में एसोसिएशन ऑफ डायरेक्ट सेलिंग एंटिटीज ऑफ़ इंडिया (एडीएसईआई) एवं फेडरेशन ऑफ़ डायरेक्ट सेल्कर्स एसोसिएशन (एफडीएसए) के 200 से अधिक स्वयं उद्यमियों, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाओं सहित दिल्ली के प्रमुख व्यापारी नेताओं ने भाग लिया.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार
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