कोलकाता: रशन वितरण भ्रष्टाचार के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए बनगांव के पूर्व मेयर शंकर आद्या उर्फ डाकू के दफ्तर से ईडी ने बड़ी मात्रा में बांग्लादेशी करेंसी बरामद की है. भारतीय मुद्रा में यह रकम करीब साढ़े छह लाख रुपये है. ईडी सूत्रों के मुताबिक, यह पैसा मध्य कोलकाता के मार्क्विस स्ट्रीट में एक विदेशी मुद्रा व्यापार कार्यालय से बरामद किया गया है. वह ऑफिस शंकर का है. ईडी इस बात की जांच कर रही है कि उस दफ्तर में इतनी बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा क्यों रखी गई थी. सोमवार को ईडी ने शंकर से जुड़े छह ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया था जिनमें उसके चार्टर्ड अकाउंटेंट का दफ्तर भी शामिल रहा है. देर रात तक चली तलाशी अभियान के दौरान यह विदेशी मुद्रा बरामद की गई है.
सोमवार सुबह करीब 11:30 बजे ईडी ने राशन ”भ्रष्टाचार” मामले की जांच के लिए शहर में छह जगहों पर तलाशी शुरू की. इनमें शंकर के चार्टर्ड अकाउंटेंट अरविंद सिंह का ऑफिस भी शामिल था. इसके अलावा ईडी ने चौरंगी इलाके में शंकर की एक फॉरेक्स फर्म (विदेशी मुद्रा ट्रेडिंग फर्म) के कार्यालय और मार्क्विस स्ट्रीट में एक अन्य विदेशी मुद्रा फर्म के कार्यालय पर छापा मारा. बांग्लादेशी मुद्रा मार्क्विस स्ट्रीट कार्यालय से बरामद की गई है.
पांच जनवरी की सुबह ईडी ने शंकर के बनगांव स्थित घर पर तलाशी ली थी. करीब 17 घंटे की तलाश के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. ईडी ने उसे कोर्ट में पेश करते हुए दावा किया कि शंकर 90 से ज्यादा फॉरेक्स कंपनियों का मालिक है. हालांकि सभी उनके नाम पर नहीं हैं. अपने रिश्तेदारों और परिचितों के नाम पर उसने कंपनियां खरीदी थी ताकि सुरक्षा एजेंसियों से बच सके. केंद्रीय एजेंसी का दावा है कि शंकर ने इस संस्था के जरिए विदेश में कम से कम 20 हजार करोड़ रुपये का लेनदेन किया है. ईडी ने दावा किया था कि शंकर राशन मामले में पकड़े गए राज्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक उर्फ बालू का करीबी है. ईडी ने यह भी दावा किया कि शंकर अस्पताल में पत्रों के माध्यम से मंत्री के संपर्क में था. उसी में से एक पत्र ईडी के हाथ लग गया था जिसमें पैसे के बारे में हिसाब लिखा हुआ था. इसके आधार पर उसके घर छापेमारी हुई थी.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार
कमेंट