अयोध्या में बने राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की बाल स्वरूप मूर्ति शुक्रवार (19 जनवरी) को रखी गई. इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुईं. तस्वीर में रामलला की आंखों पर पट्टी बंधी थी, जिसे प्राण प्रतिष्ठा के बाद हाटाया जाएगा, लेकिन शुक्रवार शाम होते-होते रामलला के इस स्वरूप वाली मूर्ति की कुछ और तस्वीरें वायरल हो गईं, इस तस्वीर में रामलला की मूर्ती की आंखों से पट्टी हटी हुई थी और पूरा चेहरा साफ दिख रहा था. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर बिना पट्टी वाली फोटो असली है या नहीं.
इसे लेकर अब श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास का बयान सामने आया है उनका कहना है, “…प्राण प्रतिष्ठा पूरी होने से पहले भगवान राम की मूर्ति की आंखें प्रकट नहीं की जा सकतीं. जिस मूर्ति में आंखें दिख रही हैं, वह भगवान राम की असली मूर्ति नहीं है. फिर भी अगर यह असल मूर्ति है और इसकी आंखें दिखाई गई हैं तो इसकी जांच होनी चाहिए कि ऐसा किसने किया और ये तस्वीर कैसे वायरल हुई.”
#WATCH | Ayodhya: On the idol of Lord Ram, Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Chief Priest Acharya Satyendra Das says, "…The eyes of Lord Ram's idol cannot be revealed before Pran Pratishtha is completed. The idol where the eyes of Lord Ram can be seen is not the real idol. If… pic.twitter.com/I0FjRfCQRp
— ANI (@ANI) January 20, 2024
बता दें कि रामलला के बालस्वरूप की यह मूर्ति शुक्रवार को पूरे विधि-विधान से पूजा करने के बाद गर्भगृह में रखी गई थी. 22 जनवरी को इसी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होनी है और मंदिर का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाना है. आंखों पर पट्टी वाली मूर्ति को गर्भगृह में रखे जाने के बाद इसकी तस्वीर मंदिर प्रशासन की ओर से जारी की गई थी.
बात करें अगर मर्ती की तो रामलला की यह मूर्ति 51 इंच की है और इसका वजन करीब डेढ़ टन है. यह पूरी पत्थर की है. मूर्ति बनाते वक्त इस बात का खास ध्यान रखा गया है कि अगर उसे जल या दूध से स्नान कराया जाए तो पत्थर पर किसी तरह का प्रभाव न पड़े. यही नहीं, अगर रामलाल को जल पिलाया जाए तो कोई मूर्ती नुकसान न हो. आपको बता दें भक्तों को मूर्ति के दर्शन लगभग 35 फुट दूर से ही करने होंगे.
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