तेल अवीव: गाजा पट्टी में तीन माह से अधिक समय से छिड़े युद्ध में इजराइल की फौज को अब तक की सबसे बड़ी क्षति हुई है. इस लड़ाई में 24 घंटे के दौरान 21 सैनिकों की मौत हो गई. इस बीच इजराइल ने मध्यस्थों के जरिये फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास के सामने युद्ध विराम का प्रस्ताव रखा है.
द टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को मध्य गाजा में दो भवनों में हुए विस्फोट में इजराइल के 21 सैनिकों की मौत हो गई. यह विस्फोट एक हमास आतंकवादी के एक टैंक पर रॉकेट चालित ग्रेनेड दागने से हुआ. इस लड़ाई में जान गंवाने वाले सैनिकों की संख्या 219 हो गई है. इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने कहा है कि युद्ध में “हमारे सबसे अच्छे बेटों में से कई” मारे गए हैं. यह “एक असहनीय रूप से कठिन सुबह है.” उन्होंने देश की तरफ से पीड़ित परिवारों को सांत्वना दी है.
रक्षामंत्री योव गैलेंट ने भी कहा है कि यह एक “मुश्किल और दर्दनाक सुबह” है. गैलेंट ने कहा है कि यह युद्ध आने वाले दशकों में इजराइल का भविष्य निर्धारित करेगा. इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने मध्य गाजा में किसुफिम के सीमावर्ती समुदाय के करीब हुई घटना में 21 सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की है.
द इजराइल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार इजराइल ने कतर और मिस्र के मध्यस्थों के माध्यम से हमास के सामने एक प्रस्ताव रखा है. इसमें कहा गया है कि अगर हमास गाजा में शेष 136 बंधकों की चरणबद्ध रिहाई को राजी हो तो इजराइल, हमास के खिलाफ दो महीने तक सैन्य अभियान रोक देगा.
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया ने प्रस्ताव दिया कि व्यापक युद्ध विराम समझौते के तहत हमास नेताओं को गाजा पट्टी से निर्वासित होना होगा.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार
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