उत्तर प्रदेश स्थित वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के पास मौजूद ज्ञानवापी मस्जिद की भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी ASI की रिपोर्ट सार्वजनिक होगी या नहीं, इस पर जिला अदालत ने आज (24 जनवरी) फैसला सुना दिया है. अदालत ने आदेश दिया है कि दोनों पक्षों को एएसआई की सर्वे रिपोर्ट दी जाएगी.
दोनों पक्षों को एएसआई द्वारा की गई सर्वे की रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाएगी. सभी पक्षकारों को प्रार्थना पत्र देने पर हार्ड कॉपी उपलब्ध होगी. ये रिपोर्ट दोनों पक्षों के पक्षकारों और वकीलों को प्रार्थना पत्र देने के बाद दी जायेगी.
इस मामल में हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा, “आज अदालत ने दोनों पक्षों को सुना और आम सहमति बनी कि ASI की रिपोर्ट की हार्ड कॉपी दोनों पक्षों को उपलब्ध कराई जाएगी. ASI ईमेल के माध्यम से रिपोर्ट प्रदान करने पर आपत्ति जता रहे थे इसलिए दोनों पक्षों को रिपोर्ट की हार्ड कॉपी देने पर सहमती बनी है.”
इससे पहले पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग यानी एएसआई ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल की थी. एएसआई को फास्ट ट्रैक कोर्ट में रिपोर्ट कल यानी 25 जनवरी 2024 को पेश करनी थी. लेकिन रिपोर्ट एक दिन पहले ही फास्ट ट्रैक कोर्ट में दाखिल कर दी गई. जानकारी के अनुसार ASI ने हाईकोर्ट के आदेश पर सर्वे रिपोर्ट दाखिल की.
आपको बता दें मुस्लिम पक्ष ने सर्वे की स्टडी रिपोर्ट सार्वजनिक न करने के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया था. ASI ने 18 दिसंबर को कोर्ट के समक्ष स्टडी रिपोर्ट सौंपा था. ASI ने चार भागों में सर्वे की स्टडी रिपोर्ट कोर्ट में पेश किया था.
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