पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी ने जब 2024 का लोकसभा चुनाव में अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया है. दीदी के इस ऐलान ने कांग्रेस को बैकफुट पर खड़ा कर दिया है. कांग्रेस डैमेज कंट्रोल के मोड में है तो दूसरी तरफ ममता बनर्जी के तेवर नरम पड़ते नहीं नजर आ रहे हैं. बंगाल प्रशासन ने राहुल गांधी को जनसभा करने की अनुमति तक नहीं दी.
दरअसल, राहुल गांधी मणिपुर से महाराष्ट्र तक भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर निकले हैं. इसी कड़ी में राहुल गांधी की यह यात्रा पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर चुकी है. कांग्रेस ने सिलीगुड़ी में राहुल गांधी की जनसभा के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी थी उन्हें ये अनुमती नहीं मिली. इसे लेकर पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यात्रा के बंगाल में आने के बाद हमने एक छोटा सा निवेदन किया था. निवेदन किया था कि सिलीगुड़ी में एक जनसभा की अनुमति दी जाए लेकिन प्रशासन ने इस आवेदन को खारीज कर दिया.
उन्होंने लगे हाथ पुलिस-प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया. अधीर ने कहा कि बंगाल में अगर सत्ताधारी पार्टी के विरोध में कुछ होता है तो पुलिस तुरंत एक्शन ले लेती है. उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी की यह न्याय यात्रा पूरे देश के लिए है. यह यात्रा किसी के पक्ष या विपक्ष में नहीं है. अधीर ने टीएमसी का नाम नहीं लिया लेकिन प्रशासन और न्याय यात्रा में आ रही रुकावटों के बहाने टीएमसी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह न्याय यात्रा में बाधा बन रही है.
गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने कांग्रेस को बंगाल में दो लोकसभा सीटें ऑफर की थीं. अधीर ने तब जवाब दिया था कि हमें भीख नहीं चाहिए. हम दो सीटें अकेले चुनाव लड़कर ही जीते थे और अब भी जीत सकते हैं. सीट शेयरिंग को लेकर तल्खी के बीच ममता ने 2024 के चुनावी रण में अकेले उतरने की घोषणा कर दी थी. ममता के ऐलान के पीछे भी अधीर रंजन चौधरी की बयानबाजी और दीदी को लेकर आक्रामक तेवर को बड़ा कारण माना जा रहा है. ममता के ऐलान के बाद कांग्रेस डैमेज कंट्रोल करने, दीदी को मनाने के मोड में नजर आ रही थी लेकिन अब राहुल को सभा की इजाजत नहीं दी गई तो दोनों दलों के बीच तल्खी और बढ़ती नजर आ रही है.
कमेंट