नई दिल्ली: सरकार ने उभरती प्रौद्योगिकी में निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक लाख करोड़ रुपये का कोष बनाने का प्रस्ताव रखा है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में अंतरिम बजट पेश करते हुए कहा कि आने वाला समय तकनीकी प्रेमी युवाओं के लिए एक स्वर्णिम युग होगा. सरकार 50 साल तक ब्याज मुक्त ऋण मुहैया कराने के लिए कोष की स्थापना करेगी. इसके माध्यम से लंबी अवधि के लिए कम या शून्य ब्याज दरों पर वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी.
वित्त मंत्री ने कहा, “हमें ऐसे कार्यक्रम बनाने की ज़रूरत है जिससे हमारे युवाओं और प्रौद्योगिकी की शक्तियों का संयोजन हो. इस पहल से निजी क्षेत्र को उभरती प्रौद्योगिकी में अनुसंधान और नवाचार बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा.”
सीतारमण ने कहा कि नवाचार ही विकास की नींव है. तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने ‘जय जवान जय किसान’ का नारा दिया और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान’ का नारा दिया. वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान’ को आगे बढ़ाया है.
वित्त मंत्री ने कहा कि वैश्विक स्तर पर भारत के लिए अवसर बढ़ रहे हैं. भारत अपने लोगों के नवाचार और उद्यमिता के माध्यम से दुनिया को समाधान दिखा रहा है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार
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