पंजाब के गवर्नर एवं चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने इस्तीफा दे दिया है. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को भेजे अपने इस्तीफा पत्र में उन्होंने पद छोड़ने का कारण निजी बताया है.
पुरोहित ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम चिट्ठी में लिखा, “व्यक्तिगत कारणों और अन्य प्रतिबद्धता के कारण, मैं पंजाब के गवर्नर और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक के तौर पर अपना इस्तीफा देता हूं. कृपया इसे स्वीकार करें.”
बनवारीलाल पुरोहित ने अगस्त 2021 में पंजाब के गवर्नर का पद संभाला था. वह 2017 से 2021 तक तमिलनाडु के राज्यपाल रहे चुके हैं. इससे पहले 2016 से 2017 तक वे असम के गवर्नर का पद भी संभाल चुके हैं. यहीं नहीं वह तीन बार नागपुर से सांसद भी रह चुके हैं.
उनका जन्म 16 अप्रैल 1940 में राजस्थान में हुआ था. पंजाब में पुरोहित का कार्यकाल काफी विवादों से घिरा रहा. खासतौर पर भगवंत मान सरकार के बनने के बाद से उनके और सीएम के रिश्तों में काफी तल्खी देखी गई थी. पंजाब विधानसभा के सत्र को बुलाने को लेकर तो दोनों में रार इतनी बढ़ी कि मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था. वे अक्सर सरकार से विभिन्न मुद्दों को लेकर जवाब मांगते रहते थे.
आपको बता दें कि अक्तूबर में पंजाब विधानसभा के दो दिवसीय सत्र में पेश किए जाने वाले तीन विधेयकों को मंजूरी देने से उन्होंने इनकार कर दिया था. जिसके बाद सीएम भगवंत मान समेत आप पार्टी ने उनका विरोध किया था. पंजाब के सीएम भगवंत मान ने शुक्रवार को गवर्नर पर निशाना साधा था. मान ने दिल्ली में कहा था कि पंजाब में गवर्नर हमें तंग कर रहे हैं. उन्होंने बात-बात पर गवर्नर कह देते हैं कि यह कानूनी नहीं गैर-कानूनी है. लोकतंत्र में इलेक्टेड राज चलता है. कई लोगों ने सेलेक्टेड राज की आदत डाल ली है.
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