मौत की झूठी खबर फैलाने को लेकर अब मॉडल पूनम पांडे मुश्किल में पड़ गई हैं. प्रचारक फ्लिन रेमेडियोज ने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से मुंबई पुलिस से अभिनेत्री पूनम की कथित मौत के मामले की जांच का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा है कि अभिनेत्री की सर्वाइकल से मौत की खबर तथ्यों का पता लगाएं और जांच के बाद यदि कोई आपराधिक मामला बनता है तो भारतीय दंड संहिता के साथ-साथ आईटी अधिनियम की अन्य उचित धाराओं और पब्लिसिटी स्टंट करने के लिए पूनम के खिलाफ एफआईआर दर्ज करें.
रेमेडियोज ने यहां तक कहा है कि अगर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है तो वह उचित अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे. उन्होंने कहा, “यह पब्लिसिटी स्टंट बड़े पैमाने पर फर्जी खबर का स्पष्ट मामला है और कार्रवाई की जानी चाहिए.” पूनम के खिलाफ दक्षिण गोवा में अश्लीलता के लिए कैनाकोना पुलिस स्टेशन में एक आपराधिक मामला लंबित है. रेमेडियोज ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि वह जमानत पर है और कैनाकोना में स्थानीय पुलिस उसके ठिकाने से अनजान है.
बता दें कि शुक्रवार को अभिनेत्री पूनम पांडे के मैनेजर ने उनकी मौत जानकारी दी थी. मैनेजर ने बताया था कि एक फरवरी की रात को सर्वाइकल कैंसर से जंग के बाद उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. इसी बीच राहुल समेत कई सेलेब्स ने पूनम की मौत को फेक बताया है और फैंस से सवाल भी किया था. अब इस खबर के सामने आने के बाद पूनम सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहीं हैं.
आपको बता दें, मौत की झूठी खबर फैलाने पर एक्ट्रेस को जेल जाना पड़ सकता है और इसी के साथ एक्ट्रेस को भारी जुर्माना भी भरना पड़ सकता है. आईटी एक्ट 2000 की धारा 67 के तहत अगर कोई सोशल मीडिया पर मौत की फेक खबर फैलाने के लिए दोषी पाया जाता है, तो इस केस में उक्त आरोपी को 3 साल की जेल और 5 लाख रुपये तक का भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है. और अगर इस अपराध को दोहराया जाता है तो दोषी को 5 साल की जेल और 10 लाख का जुर्माना देना पड़ सकता है.
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