जयपुर: किसान आंदोलन के कारण राजस्थान के तीन जिलों श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और अनूपगढ़ में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। हरियाणा-पंजाब बॉर्डर से लगते जिलों में मंगलवार को भारी पुलिस बल तैनात है। वहीं, किसान नेताओं पर नजर रखी जा रही है। किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए नेशनल हाईवे सहित छोटे रास्तों पर भी निगरानी रखी जा रही है।
श्रीगंगानगर में किसान आर्मी के जिला सचिव गुरलाल सिंह ने कहा है कि हमारा प्रयास होगा कि हम छोटे रास्तों से हरियाणा के डबवाली पहुंचे। वहां गुरुद्वारे में मीटिंग के बाद आगे बढ़ने का कार्यक्रम तय होगा। श्रीगंगानगर के किसान नेताओं का कहना है कि डबवाली (हरियाणा) में हरियाणा और पंजाब के किसान भी जुटेंगे। वहां सभी प्रकार की व्यवस्थाएं की गई हैं। वहां से किसान दिल्ली पहुंचने की रणनीति बनाएंगे। पंजाब में किसानों के साथ वार्ता विफल होने के बाद राजस्थान में भी किसान आंदोलन को लेकर हलचल बढ़ गई है। रात 12 बजे तक के लिए श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और अनूपगढ़ में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। हनुमानगढ़ जिले के भिरानी, भादरा, नोहर, टिब्बी, तलवाड़ा, संगरिया जैसे पंजाब-हरियाणा से लगते इलाकों में पुलिस चौकसी कर रही है।
टिब्बी में कल ट्रैक्टर रैली की इजाजत मांगी गई थी, लेकिन नहीं दी गई। जिले भर में धारा 144 लागू है। वहीं, दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे पर शाहजहांपुर-हरियाणा बॉर्डर पर पुलिस का भारी जाप्ता तैनात है। किसानों के आवागमन पर निगरानी रखी जा रही है। किसानों को रोकने के लिए इंतजाम किए गए हैं।
अलवर के भिवाड़ी में मंगलवार को हालात सामान्य हैं। यहां इंटरनेट बंदी नहीं की गई है। हरियाणा जाने वाले रास्ते खुले हैं। डीएसपी मुकेश चौधरी ने बताया कि हमारे पास किसानों के मूवमेंट की जानकारी नहीं है। लेकिन, हमने इंतजाम पूरे किए हुए हैं। रिजर्व में पुलिस फोर्स है। रास्ते फिलहाल बंद नहीं किए गए हैं। अब तक नेटबंदी के आदेश जारी नहीं किए गए हैं। दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे संख्या 48 पर शाहजहांपुर हरियाणा बॉर्डर पर किसान आंदोलन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। यहां वाहनों की चैकिंग भी नहीं की जा रही। ये वही राजस्थान का सिंहद्वार शाहजहांपुर बॉर्डर है। जहां वर्ष 2021 में सबसे लंबा आंदोलन चला था और नेशनल हाईवे संख्या 48 दोनों तरफ से जम रहा था। यहां 2 साल के पहले आंदोलन के निशान आज भी बरकरार है बने हुए हैं। यहां किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों की यादगार में समाधि बनाई गई थी। यहां आज भी हाईवे के डिवाइडर पर बीचों-बीच मटकी रखे हुए हैं और तिरंगा लहरा रहा है।
हनुमानगढ़ जिले के पास अंतरराज्यीय बॉर्डर इलाकों पर नाकाबंदी बढ़ाई गई है। संगरिया, फेफाना, भादरा, भिरानी, नोहर, टिब्बी सीमा से लगे पंजाब और हरियाणा के बॉर्डर पर नाकाबंदी की गई है और छह जगह वाहनों की आवाजाही बिल्कुल बंद कर दी है। जिले में धारा 144 रविवार को ही लागू कर दी गई थी। वहीं, मंगलवार से जिले में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। हनुमानगढ़ जिले में छह ऐसे रास्ते हैं, जिनसे हरियाणा-पंजाब होते हुए किसान दिल्ली को कूच कर सकते हैं। पुलिस प्रशासन ने मालरामपुरा, रतनपुरा, मसीतावाली हेड, हिसार चौराहा भादरा, कोलहा टोल, कैंची चौराहा के रास्तों को पूर्णतया बंद कर दिया गया है। इन रास्तों पर आवगमन पूर्णतया बंद रहेगा। संयुक्त किसान मोर्चा के विभिन्न किसान संगठनों द्वारा 13 फरवरी को दिल्ली में प्रस्तावित धरना प्रदर्शन के चलते राजस्थान के पंजाब और हरियाणा बॉर्डर सील किए गए हैं।
जिला परिवहन अधिकारी संजीव चौधरी ने बताया कि पंजाब, हरियाणा मार्ग पर सार्वजनिक परिवहन सेवा (रोडवेज), लोक परिवहन और अन्य बसों का संचालन 12 और 13 फरवरी को बंद है। रोडवेज डिपो मैनेजर राकेश राय ने कहा कि इसके अतिरिक्त परेशानी से बचने के लिए आमजन से अपील की जाती है कि अपनी यात्रा आवश्यक नहीं होने पर स्थिति सामान्य होने तक स्थगित रखे।
हनुमानगढ़ पुलिस ने बताया कि बीकानेर से भारतमाला पर हरियाणा जाने वाले भारी वाहन पल्लू, भानीपुरा, सरदारशहर होते हुए चूरू से हरियाणा जा सकेंगे। बीकानेर से भारतमाला पर हिसार की तरफ जाने वाले सभी प्रकार के भारी वाहन पल्लू, न्योलखी, नोहर और भादरा होते हुए हिसार जा सकेंगे। हनुमानगढ़ से संगरिया की तरफ जाने वाले सभी प्रकार के भारी वाहनों पर पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा। श्रीगंगानगर से आने वाले भारी वाहन कैचियां चैक पोस्ट से वाया सूरतगढ़, अर्जुनसर होकर पल्लू से आगे जाएंगे। हनुमानगढ़ जिले के हरियाणा-पंजाब बॉर्डर इलाकों में पुलिस ने अपनी मौजूदगी को बढ़ा दिया है। वहीं, बॉर्डर इलाकों पर नाकाबंदी और मार्ग अवरुद्ध भी किए गए हैं। संगरिया क्षेत्र में रतनपुरा से हरियाणा को जोड़ने वाला रास्ता पूर्णतया बंद कर दिया गया है। इसके अलावा हरिपुरा, मालरामपुरा, ढाबा और केश्वनानंद कॉलेज उक्त स्थानों पर नाके लगाए गए हैं। वहीं, भारतमाला रोड़ पर भी तीन नाके लगाए गए हैं। तलवाड़ा और टिब्बी क्षेत्र में भी कई स्थानों पर नाके लगाए गए हैं। वहीं बणी, सहारणी, सुरेवाला और आईजीएनपी नहर के पास भी पुलिस ने नाके लगाए हैं। मसीतावाली हैड के शिव मंदिर तिराहा पूर्णतया बंद किया गया है। वहीं, रामपुरा उर्फ रामसरा के पास भी पूर्णतया बंद किया गया है। फेफाना थानाक्षेत्र में मलवानी, जनानिया और रत्नपुरा के पास नाके लगाए गए हैं। भादरा और भिरानी थानाक्षेत्र में भी पुलिस ने कड़े बंदोबस्त कर रखे हैं। जानकारी के अनुसार गांधी बड़ी, छानी बड़ी, आदमपुर रोड़, बरवाला सहित थानाक्षेत्र के अनेक रास्तों पर पुलिस ने नाके लगाए हुए हैं।
बीकानेर रेंज आईजी ओमप्रकाश ने श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ में डेरा डाला हुआ है। आईजी ओमप्रकाश अनूपगढ़, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिले में रात्रि से रेंडमली पुलिस नाकाबंदी भी चैक कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार सूरतगढ़ को इसलिए चुना गया क्योंकि यहां से श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ दोनों जिले नजदीक पड़ते हैं।
साभार- हिन्दुस्थान समाचार
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