कोलकाता: संदेशखाली में तनावपूर्ण माहौल के करीब एक हफ्ते बीतने को है, लेकिन हालात काबू में नहीं है. मंगलवार को पूरे क्षेत्र में भारी विरोध प्रदर्शन और एसपी ऑफिस के घेराव को केंद्र कर अतिरिक्त संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए ऐसा लग रहा है जैसे संदेशखाली छावनी में तब्दील हो गई है. बशीरहाट के पुलिस अधीक्षक का कार्यालय घेरने की घोषणा भाजपा ने की है. दूसरी ओर वामपंथी दलों के कार्यकर्ता भी विरोध प्रदर्शन करेंगे. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार अभियान का नेतृत्व करेंगे. बशीरहाट एसपी कार्यालय के 500 मीटर इलाके में धारा 144 जारी कर दी गई है. बशीरहाट न्यायालय पुलिस अधीक्षक के कार्यालय के पास है. यह निर्धारित 500 मीटर के दायरे में आता है. पुलिस सुबह से ही भाजपा और लेफ्ट के विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए कई कदम उठा रही है. पूरा क्षेत्र व्यावहारिक रूप से एक किला बन गया है.
बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र में भाजपा के पर्यवेक्षक और भाजपा के बशीरहाट संगठनात्मक जिले के पूर्व अध्यक्ष विकास सिंह को पुलिस ने हिंसा भड़काने के मामले में शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. सोमवार को कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी लेकिन जमानत मिलने के बाद कोर्ट से बाहर निकलते वक्त पुलिस ने उन्हें दोबारा गिरफ्तार कर लिया. निलंबित तृणमूल नेता उत्तम सरदार को भी जमानत मिलने के बावजूद दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया है. पूर्व माकपा विधायक निरापद सरदार की गिरफ्तारी के विरोध में वामपंथी ज्ञापन सौंपने पुलिस अधीक्षक कार्यालय भी जायेंगे. कुल मिलाकर बशीरहाट संदेशखाली की घटना के बाद सुर्खियों में है. हालांकि, किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए बशीरहाट एसपी कार्यालय के सामने बांस का बैरिकेड लगाया गया है, वाटर कैनन भी तैनात हैं.
दूसरी ओर आज ही के दिन तृणमूल कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल भी संदेशखाली का दौरा करने वाला है, इसलिए सुरक्षा और कड़ी की गई है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार
कमेंट