प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के दौरे पर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी अबूधाबी में हैं. यहां पीएम ने बुधवार को पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया.
आपको बता दें, उद्घाटन के बाद पीएम ने मंदिर में वैश्विक आरती की. BAPS के 1500 मंदिरों में एक साथ आरती की गई. अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, यूके, कनाडा जैसे देशों में स्थित मंदिरों में भी इस दौरान आरती की गई.
यह मंदिर 27 एकड़ में बना है. इसकी ऊंचाई 108 फुट की है. यह मंदिर वास्तुशिल्प और अपनी भव्यता से पूरे विश्व को आकर्षित कर रहा है. अबू धाबी में बना यह मंदिर पश्चिम एशिया में आकार के हिसाब से सबसे बड़ा है. इस मंदिर के सात शिखर हैं जो सात अमीरातों का प्रतिनिधित्व करते हैं. मंदिर में खाड़ी देश के लिहाज से ऊंटों की नक्काशी की गई है. तो राष्ट्रीय पक्षी बाज भी पत्थरों पर बने हुए हैं. ये मंदिर दुबई के अबू धाबी शेख जायेद हाइवे पर अल रहबा के पास बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था यानी BAPS की ओर से निर्मित है. इस मंदिर को बनाने में 700 करोड़ रुपए से अधिक की लागत लगी है.
इस मंदिर में लोहे और स्टील का प्रयोग नहीं किया गया है. इंटरलॉकिंग टेक्नोलॉजी से स्वामीनारायण मंदिर का निर्माण हुआ है, हजारों साल तक इस मंदिर की मजबूती यूं ही बनी रहेगी. हर स्तंभ पर हनुमान जी, राम जी, सीता जी, गणेश जी की प्रतिमा उकेरी गई है. भारतीय संस्कृति को दर्शया गया है. मंदिर के बाहरी स्तंभों पर सीता स्वयंवर, राम वनगमन, कृष्ण लीलाएं आदि शामिल हैं. इस मंदिर का निर्माण जयपुर के पिंक सैंड स्टोन (लाल बलुआ पत्थर) से हुआ है. यह वही पत्थर है, जिससे अयोध्या में मंदिर बनाया गया है. जबकि मंदिर के आंतरिक भाग में इतालवी संगमरमर का उपयोग किया गया है.
मंदिर में दो केंद्रीय गुंबद हैं, सद्भाव का गुंबद और शांति का गुंबद. ये गुंबद पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और पौधों की नक्काशी के माध्यम से मानव सह-अस्तित्व पर जोर देते हैं. संयुक्त अरब अमीरात में सबसे बड़ी 3डी-मुद्रित दीवारों में से एक, हार्मनी की दीवार, मंदिर के निर्माण के प्रमुख मील के पत्थर को प्रदर्शित करने वाला एक वीडियो पेश करती है. मंदिर में सद्भाव शब्द 30 विभिन्न प्राचीन और आधुनिक भाषाओं में लिखा गया है. इस मंदिर में 3,000 लोगों की क्षमता वाला एक असेंबली हॉल, एक सामुदायिक केंद्र, प्रदर्शनियां, कक्षाएं और एक मजलिस स्थल बनाए गए हैं.
जानकारी के लिए आपको बता दें कि बीएपीएस एक ऐसी संस्था है, जिसने दुनियाभर में 1,100 से ज्यादा हिंदू मंदिरों का निर्माण किया है. दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर का निर्माण भी इसी संस्था ने किया है.
बता दें, पीएम ने इससे पहले मंगलवार को अबू धाबी के शेख जायद स्टेडियम में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया था. भारत के प्रधानमंत्री बनने के बाद से अब तक यूएई का उनका ये सातवां दौरा है. पीएम सबसे पहले 2015 में यूएई के दौरे पर गए थे. ये 34 साल में पहली बार था, जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री यूएई के दौरे पर गया था.
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