दुनियाभर के 167 देशों की डेमोक्रेसी रैंकिंग जारी हुई है. ब्रिटिश अखबार द इकोनॉमिस्ट ने बताया है कि 2023 में लोकतंत्र के स्तर में भारी गिरावट आई है. लोकतंत्र के पैमाने में 167 देशों को 4 कैटेगरी में बांटा गया है. पहले में वो देश हैं, जिनमें पूर्ण लोकतंत्र है. दूसरे में वो देश हैं, जिनमें खामियों वाला लोकतंत्र है. तीससे में, अथॉरिटेरियन रेजीम यानी तानाशाही वाला सिस्टम है. और चौथी में वो देश शामिल हैं, जिनमें हाइब्रिड रेजीम यानी वो न तो लोकतांत्रिक हैं और न ही तानाशाही.
भारत की रैंकिंग सुधरी
भारत का स्कोर इस लिस्ट में 7.18 है. भारत ने 167 देशों में 41वीं रैंक मिली है. रिपोर्ट के अनुसार भारत में खामियों के साथ लोकतंत्र है. भारत के स्कोर में वर्ष 2019 में भारी गिरावट देखि गई थी. इसके बाद से स्कोर में काफी सुधार हुआ है.
पाकिस्तान की रैंकिंग में गिरी
भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान की डेमोक्रेसी रैंकिंग में भारी गिरावट आई है. पिछली बार के मुकाबले पाकिस्तान 11 पायदान नीचे लुढ़क गया है. इस लिस्ट में पाकिस्तान ने 167 देशों में 118वीं रैंक पर है. पाकिस्तान का स्कोर 3.25 है. रिपोर्ट के अनुसार यहां पर तानाशाही शासन है.
शीर्ष पर ये देश
डेमोक्रेसी रैंकिंग लिस्ट में सबसे पहले स्थान पर नॉर्वे है. रिपोर्ट के मुताबिक यहां पूर्ण लोकतंत्र है. नॉर्वे के बाद न्यूजीलैंड, आइसलैंड और स्वीडन देश शामिल है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि 167 देशों में 24 देशों में पूर्ण लोकतंत्र है, 50 देश ऐसे हैं, जिसमें खामियों वाला लोकतंत्र है, 59 देशों में तानाशाही और 34 देशों में न तो लोकतांत्रिक और न ही तानाशाही बताई गई. चौथी केटेगरी में भूटान, बांग्लादेश और तुर्किये जैसे देश शामिल हैं.
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