उत्तराखंड के हल्द्वानी हिंसा मामले में पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है. नैनीताल के हल्द्वानी में अवैध रूप से निर्मित मदरसे को ढहाने को लेकर हुई हिंसा के सिलसिले में सोमवार को 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने इसकी जानकारी दी.
नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रह्लाद नारायण मीणा ने मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि इन गिरफ्तारियों के साथ आठ फरवरी की घटना के संबंध में अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या बढ़कर 68 हो गई है.
दरअसल, सोमवार को गिरफ्तार किए गए लोगों में अरबाज नाम का व्यक्ति भी शामिल है, जिसने पेट्रोल बम बनाने के लिए सामग्री की आपूर्ति की थी. दंगाइयों ने इन पेट्रोल बम को पुलिस कर्मियों और नगर निकाय कर्मियों पर फेंका था. एसएसपी ने बताया कि उसके पास से नौ लीटर पेट्रोल जब्त किए गए हैं.
मीणा ने बताया कि हल्द्वानी हिंसा मामले में सोमवार को 10 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है. दो मुख्य आरोपी तसलीम और वसीम को भी गिरफ्तार किया गया है. मास्टरमाइंड अब्दुल और उसका बेटा अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि झड़प के बाद दर्ज की गई तीन प्राथमिकियों में नामजद 16 आरोपियों में से 12 को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी बचे आरेपियों को पकड़ने के लिए उनकी तलाश जारी है. इस बीच, हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में कर्फ्यू में और ढील दी गई है. नैनीताल जिला प्रशासन ने रविवार को बताया कि कर्फ्यू अब केवल रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक ही रहेगा.
आपको बता दें कि बनभूलपुरा में अवैध रूप से निर्मित एक मदरसे को ढहाने के बाद आठ फरवरी को इलाके में हिंसा भड़क गई थी। स्थानीय निवासियों ने नगर निगम के कर्मियों और पुलिस पर पत्थर और पेट्रोल बम फेंके थे जिसके कारण कई पुलिसकर्मियों को एक थाने में शरण लेनी पड़ी थी जिसे भीड़ ने बाद में उस पर भी हमला कर आग के हवाले कर दिया था. पुलिस के अनुसार, इस दौरान छह लोगों की मौत हो गई और पुलिस एवं पत्रकारों सहित 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
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