पाकिस्तान में नई सरकार का सस्पेंस अब खत्म हो गया है. 12 दिन बाद नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज यानी PML-N और बिलावट भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी यानी PPP के बीच अलायंस के फॉर्मूले पर आखिरकार मुहर लग गई है. दोनों ही पार्टियों के लिए लंबे समय से बातचीत चल रही थी. मंगलवार देर रात दोनों ही पार्टियों के हाईकमान ने गठबंधन में सरकार बनाने की घोषणा कर दी है.
PPP के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने घोषणा की कि PML-N की तरफ से शहबाज शरीफ (72 साल) एक बार फिर प्रधानमंत्री बनेंगे. दोनों ही पार्टियां गठबंधन की सरकार बनाने के लिए तैयार हैं. बिलावल ने मीडिया से बातचीत में कहा, PPP और PML-N ने जरूरी संख्याबल हासिल कर लिया है और अब हम सरकार बनाने की स्थिति में हैं.
वहीं, समझौते के फॉर्मूले के अनुसार, PPP के सह-अध्यक्ष आसिफ जरदारी (68 साल) का दोबारा देश का राष्ट्रपति बनना तय हो गया है. इसके अलावा PML-N की वरिष्ठ उपाध्यक्ष और नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज (50 साल) को पंजाब के मुख्यमंत्री पद के लिए नामित किए जाने की खबरें समाने आ रही हैं.
बता दें कि इमरान खान के सत्ता से हटने के बाद शहबाज पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री बने थे और अप्रैल 2022 से अगस्त 2023 तक देश की बागडोर संभाली थी. वे पीपीपी के समर्थन से सरकार में आए थे.
गौरतलब है कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में 266 सीटें हैं, इसमें 265 सीटों के नतीजे जारी हुए हैं. सरकार बनाने के लिए 133 सीटों की जरूरत होती है. देश में 8 फरवरी को आम चुनाव हुए थे. सबसे ज्यादा पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ यानी PTI के समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी. पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने घोषणा की थी कि आम चुनाव में सबसे ज्यादा 101 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. इनमें 93 उम्मीदवार इमरान खान की पार्टी PTI समर्थित हैं. इसके अलावा पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) को 75 सीटें, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) को 54 सीटें मिलीं. मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (PQM-P) को 17 सीटें मिलीं. तो वहीं अन्य पार्टियों को भी 17 सीटें मिलीं हैं. जबकि एक सीट का नतीजा रोक दिया गया. किसी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने से त्रिशंकु संसद की स्थिति बन गई और नई सरकार की घोषणा के साथ आखिरकार इमरान खान सरकार बनाने की कवायद में पिछड़ गए.
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