शरद पवार को अपनी पार्टी के लिए चुनाव आयोग की तरफ से नया सिंबल मिल गया है. इस नए सिंबल में एक व्यक्ति को तुरहा बजाते हुए देखा जा रहा है. महाराष्ट्र में इसे ‘तुतारी’ कहते हैं. नया पार्टी सिंबल मिलने पर शरद चंद्र पवार ने कहा कि ये हमारे लिए गर्व की बात है. पार्टी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि महाराष्ट्र के इतिहास में दिल्ली की गद्दी के कान खड़े करने वाले छत्रपति शिवराय का शौर्य आज ‘राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी – शरद चंद्र पवार’ के लिए गौरव का विषय है.
पार्टी ने कहा कि महाराष्ट्र के आदर्श, फुले, शाहू, आंबेडकर, छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रगतिशील विचारों के साथ, यह ‘तुतारी’ शरद पवार के साथ दिल्ली के सिंहासन को हिलाने के लिए एक बार फिर से बिगुल बजाने के लिए तैयार हो गई है. शरद पवार गुट के प्रवक्ता क्लाइड क्रास्टो ने कहा कि हमारे कैंडिडेट इसी सिंबल के साथ चुनावी मैदान में उतरेंगे.
6 फरवरी को चुनाव आयोग ने अजित पवार गुट को असली NCP करार दिया था. चुनाव आयोग ने पार्टी का नाम और सिंबल ‘घड़ी’ अजित पवार गुट को सौंप दिया था. शरद पवार गुट ने पार्टी के लिए तीन नाम चुनाव आयोग को दिए थे. इसमें से चुनाव ने ‘NCP शरद चंद्र पवार’ पर मुहर लगाई थी. चुनाव आयोग ने तब पार्टी के सिंबल पर फैसला नहीं दिया था. चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ शरद पवार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. 19 फरवरी को कोर्ट ने आदेश दिया था कि चुनाव आयोग एक हफ्ते के भीतर सिंबल आवंटिक करे.
आपको बता दें कि पिछले साल जुलाई में NCP दो खेमों (शरद पवार और अजित पवार) में विभाजित हो गई थी. अजित पवार अपने समर्थक विधायकों के साथ NDA में शामिल हो गए थे. उनके साथ आठ विधायक भी NDA गठबंधन का हिस्सा बन गए थे. पार्टी में फूट के बाद अजित पवार ने NCP पर दावा ठोक दिया. मामला चुनाव आयोग तक पहुंचा और चुनाव आयोग की तरफ से अजित पवार के पक्ष में फैसला दिया गया. इसके बाद NCP विधायकों की अयोग्यता को लेकर महाराष्ट्र के विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने भी सुनवाई की. राहुल नार्वेकर ने चुनाव आयोग के फैसले का जिक्र करते हुए अजित पवार गुट को ही असली NCP करार दिया.
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