पश्चिम बंगाल के संदेशखाली मामले में ममता बनर्जी सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. संदेशखाली में महिलाओं पर अत्याचार करने और जबरन जमीनों पर कब्जा करने के आरोपी तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता शाहजहां शेख को कलकत्ता हाईकोर्ट ने बड़ा झटका दिया है. इस मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार दिया है. इतना ही नहीं कोर्ट ने ममता बनर्जी सरकार को फटकार लगाते हुए कहा है कि शाहजहां शेख की तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए.
क्या है पूरा मामला
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हुए हिंसा के बाद से अब तक हंगामा जारी है. बता दें कि कुछ दिनों पहले संदेशखाली में महिलाओं ने टीएमस नेता शाहजहां शेख और उनके भाई के ऊपर यौन उत्पीड़न और जबरन जमीनों पर पर कब्जा करने का आरोप लगाया था. इतना ही नहीं संदेशखाली में महिलाओं ने इसको लेकर ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया था. इस दौरान प्रदर्शनकारी महिलाओं और पुलिस बल के बीच जमकर झड़प भी देखने को मिली थी. जिसके बाद से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायकों ने इस मामले को विधानसभा में भी उठाया था. इस मामले को लेकर बढ़ते हंगामे के बीच आरोपी शाहजहां शेख ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए याचिका दायर कर अपनी गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की थी लेकिन कलकत्ता हाईकोर्ट ने उनके याचिका को खारिज करते हुए उनकी गिरफ्तारी के आदेश दे दिए हैं.
ईडी की टीम पर भी शाहजहां के समर्थक ने किया था हमला
बता दें कि पिछले महीने राशन वितरण में भी शाहजहां शेख के ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगा था जिसको लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जब शाहजहां शेख के घर पर छापेमारी की तो उनके समर्थकों ने ईडी के अधिकारियों के ऊपर ही हमले कर दिए थे, जिसमें कई अधिकारियों को गंभीर रूप से चोटें भी आई थी. इस हमले में टीएमसी नेता शिबू हाजरा और उत्तम सरदार का नाम सामने आया था जिसके बाद से पुलिस ने इनको हिरासत में ले लिया था.
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