हिमाचल प्रदेश में बहुमत होने के बाद भी कांग्रेस पार्टी ने बीते 27 फरवरी को हुए चुनाव में राज्यसभा की इकलौती सीट गंवा दी. जिसके बाद से प्रदेश की राजनीति में काफी ज्यादा घमासान देखने को मिला. सुक्खू सरकार के कैबिनेट मंत्री मंत्री विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) ने इस्तीफा देते हुए सरकार के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए.
विपक्ष के गैर मौजूदगी में बजट पारित
गौरतलब है कि सीएम सुक्खू के भी इस्तीफे देने की जानकारी आई थी जिससे सीएम ने इनकार कर दिया. वहीं विधानसभा में भी सियासी घमासान देखने को मिला. भाजपा के 15 विधायकों को सदन से निलंबित कर दिया गया और विपक्ष के गैर मौजूदगी में विधानसभा में बजट सत्र पारित होने के बाद से विधानसभा सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.
बता दें कि बुधवार 28 फरवरी को सदन में काफी ज्यादा हंगामा भी देखने को मिला जिसको लेकर सीएम सुक्खू ने कार्रवाई करने की मांग की है.
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