बेंगलुरु/नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि आयकर विभाग की फेसलेस कर मूल्यांकन सुविधा के परिणामस्वरूप करदाताओं की शिकायतों का तेजी से निवारण हो रहा है. यह व्यापार करने में आसानी की दिशा में एक बड़ा कदम है.
सीतारमण ने बेंगलुरु में आज केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) आवासीय क्वार्टर भवन के शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि फेसलेस मूल्यांकन प्रणाली इसलिए लाई गई, ताकि किसी अधिकारी के विवेक का प्रभाव करदाताओं पर न पड़े. इससे करदाताओं को बड़ी राहत मिली है और शिकायतों का निवारण तेजी से हुआ है. यह व्यापार करने में आसानी और करदाताओं की सुविधा के लिए एक बहुत बड़ा कदम है.
वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र ने बेंगलुरु के विकास पर काफी जोर दिया है. उन्होंने कहा कि बेंगलुरु अब कई अलग-अलग अग्रणी उद्योगों का पर्याय बन गया है, चाहे वह आईटी हो या वैश्विक क्षमता केंद्र या स्टार्टअप. सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार व्यापार करने में आसानी सुनिश्चित करने के लिए और कर निर्धारिती को परेशान न करने के लिए फेसलेस मूल्यांकन प्रणाली लाई गई है. यह मूल्यांकन प्रणाली अच्छी तरह से व्यवस्थित है, इससे करदाताओं को बड़ी राहत मिल रही है. इससे शिकायतों का निवारण तेज हो गया है. कर्नाटक से पैसा जाता नहीं, वापस भी आता है.
इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बेंगलुरु के संजय नगर में आयकर विभाग के आवासीय क्वार्टर “होंगिराना” का शिलान्यास किया. एक दिवसीय कर्नाटक दौरे पर बेंगलुरु पहुंचने पर केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अध्यक्ष नितिन गुप्ता ने वित्त मंत्री का स्वागत किया. गौरतलब है कि आयकर प्रणाली का केंद्रीय प्रसंस्करण केंद्र (सीपीसी) जो पूरे देश को नियंत्रित करता है, यह बेंगलुरु में स्थित है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार
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