प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार (29 फरवरी) शाम को मध्य प्रदेश को 16,961 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की सौगात दी. उन्होंने रिमोट का बटन दबाकर विकास परियोजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण और भूमिपूजन कर राष्ट्र को समर्पित किया. इनमें सिंचाई, बिजली, सड़क, रेल, जल आपूर्ति, कोयला, उद्योग से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं. प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश के सभी जिलों में साइबर तहसील परियोजना का शुभारंभ भी किया. इसके साथ ही उन्होंने उज्जैन में स्थापित विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का उद्घाटन भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया.
राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से जुड़े. उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत डिंडौरी सड़क हादसे पर संवेदनाएं व्यक्त करते हुए की. उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में मैं पीड़ित परिवारों के साथ हूं. उन्होंने कहा कि कल से मध्य प्रदेश में विक्रम उत्सव शुरू होने वाला है. बाबा महाकाल की नगरी कभी पूरे विश्व के लिए काल गणना का केंद्र थी. इसलिए विक्रमादित्य वैदिक घड़ी की स्थापना की गई है. 7000 करोड़ की परियोजनाएं एमपी के लोगों का जीवन आसान बनाएगी.
‘हमारे लिए सरकार बनाना अंतिम लक्ष्य नहीं’- मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि अबकी बार 400 पार. मोदी की गारंटी पर जनता का विश्वास भाव विभोर करने वाला है. हमारे लिए सरकार बनाना अंतिम लक्ष्य नहीं है. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के भाइयों के प्यार को नमन करता हूं. मां नर्मदा पर बन रही परियोजनाओं का भूमिपूजन हुआ है इससे आदिवासी क्षेत्रों और सिंचाई क्षेत्र में मदद मिलेगी.
लाल परेड मैदान पर आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, तुलसीराम सिलावट, करण सिंह वर्मा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, विधायक रामेश्वर शर्मा, महापौर मालती राय सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं. इस राज्य स्तरीय कार्यक्रम का प्रदेश के सभी 550 प्रमुख स्थानों पर कार्यक्रम का सीधा प्रसारण हो रहा है.
इससे पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि आपके नेतृत्व में विकास के एक के बाद एक सोपान गढ़ते जा रहे हैं. नदी जोड़ो अभियान के तहत केन बेतवा लिंक परियोजना का शिलान्यास भी मार्च में किया जा सकेगा. धार्मिक पर्यटन को बढ़ाने विविध आयामों का प्लेटफार्म तैयार किया है.
विश्व की पहली विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का भी किया उद्घाटन
सभी जिलों में साइबर तहसील का शुभारंभ तथा विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का उद्घाटन भी प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया. इस अवसर पर 5,500 करोड़ रुपये से अधिक की अपर नर्मदा परियोजना, राघवपुर बहुउद्देशीय परियोजना और बसनिया बहुउद्देशीय परियोजना का शिलान्यास किया.
प्रधानमंत्री द्वारा इस अवसर पर 5,500 करोड़ रुपये से अधिक की अपर नर्मदा परियोजना, राघवपुर बहुउद्देशीय परियोजना और बसनिया बहुउद्देशीय परियोजना का शिलान्यास किया. साथ ही 809 करोड़ रुपये की पारसडोह और औलिया सूक्ष्म सिंचाई परियोजना राष्ट्र को समर्पित की. राजस्व प्रशासन में सुधार के लिए पूरे प्रदेश में साइबर तहसील लागू की गई. इस व्यवस्था में रजिस्ट्री के साथ ही नामांतरण भी हो जाएगा. इसके लिए अलग से आवेदन नहीं करना होगा और न ही राजस्व कार्यालय के चक्कर लगाने होंगे. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार
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