लंच का समय था और लोग बेंगलुरु के लोकप्रिय रामेश्वरम कैफे में मजे से खाना खा रहे होते हैं, तभी एक दम से जोर का ब्लास्ट होता है. इस हादसे में 10 लोग जख्मी हो जाते हैं. शुरुआती जांच में पाया जाता है कि ये एक कम तीव्रता वाला आईईडी विस्फोट था. जांच कर रही टीम ने घटनास्थल की सीसीटीवी फूटेज से आरोपी की पहचान की है.
विस्फोट के बाद जांचकर्ता सीसीटीवी फुटेज से सुराग ढूंढ रहे हैं. इस बीच कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि संदिग्ध की पहचान 28 से 30 साल के व्यक्ति के रूप में की गई है. वह नाश्ते के समय कैफे में आया और रवा इडली के लिए एक कूपन खरीदा, लेकिन इडली खाए बिना ही कैफे से चला गया. आईईडी वाला बैग वह वहीं छोड़ गया था, जिसमें एक बम को एक घंटे का टाइमर लगाकर छोड़ रखा था. इसके एक घंटे बाद ही धमाका हो गया.
बता दें कि फोरेंसिक और NIA की टीम इस बलास्ट की जांच कर रही है. जांच में सीसीटीवी फुटेज से शख्स की पहचान की गई है. सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति टोपी, मास्क और हाथ में आईईडी से भरा बैग लेकर कैफे में दाखिल होता है और फिर उसे वहां रखकर चला जाता है. एक अधिकारी ने कहा कि बैग एक महिला के पीछे पड़ा था जो छह अन्य ग्राहकों के साथ बैठी थी, तभी ये ब्लास्ट हुआ. ब्लास्ट दोपहर 1 बजे के करीब हुआ था, क्योंकि अग्निशमन विभाग को दोपहर 1 बजकर 8 मिनट पर एलपीजी सिलेंडर में आग लगने की सूचना मिली थी. जब अधिकारी कैफे पहुंचे तो आग नहीं लगी थी. हालांकि, अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने गैस रिसाव से बचने के लिए कैफे में मौजूद सिलेंडरों की जांच भी की.
कैफे के बाहर अपनी बारी का इंतजार कर रहे एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसने ब्लास्ट की तेज आवाज सुनी. उस समय वहां 40 के करीब लोग अंदर मौजूद थे और वे सभी बाहर भागने लगे जिससे अफरा-तफरी मच गई. उस समय सभी का कहना था कि सिलेंडर ब्लास्ट हुआ है. प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि इसके बाद जल्द ही एक एम्बुलेंस और एक दमकल गाड़ी घटनास्थल पर पहुंची और बचाव अभियान शुरू किया गया. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर फिलहाल संदिग्ध का पता लगाया जा रहा है.
पुलिस ने इस संबंध में, गैर कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. फॉरेंसिक एक्सपर्ट और बम निरोधक दस्ते ने भी घटनास्थल का दौरा किया है.
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