संदेशखाली मामले को लेकर ममता बनर्जी सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. एक तरफ जहां संदेशखाली के मास्टमाइंड शाहजहां शेख को कोर्ट ने 10 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है तो वहीं दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज और वरिष्ठ नेता तापस रॉय (Tapas Roy) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
संदेशखाली मामले को लेकर थे खासे नराज
TMC के विधायक तापस रॉय (Tapas Roy) पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के ऊपर हुए हिंसा के खिलाफ पार्टी के कार्यप्रणाली से काफी ज्यादा नराज थे और इसी वजह से उन्होंने पहले ही पार्टी छोड़ने का संकेत दे दिया था. बता दें कि तापस रॉय ने अपने इस्तीफे के बाद बातचीत के दौरान कहा, “मैं पार्टी के कामकाज के तरीके से वास्तव में निराश हूं. मैं पार्टी और सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के इतने सारे आरोपों से तंग आ चुका हूं. दूसरा, संदेशखाली मुद्दे को जिस तरह से संभाला गया, मैं उसका समर्थन नहीं करता हूं.”
गौरतलब है कि तापस रॉय (Tapas Roy) TMC के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे. जो पिछले 25 सालों से पार्टी के हिस्सा थे. ऐसे में लोकसभा से पहले उनके पार्टी छोड़ने से TMC को काफी ज्यादा नुकसान भी हो सकता है.
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