प्रवर्तन निदेशालय ने संदेशखाली मामले में आरोपी शेख शाहजहां के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने शेख शाहजहां की 12.78 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली हैं. एजेंसी ने PMLA के तहत शाहजहां की 14 प्रॉपर्टी जब्त की हैं.
दरअलस, शाहजहां पश्चिम बंगाल के राशन घोटाले में आरोपी है. उसका नाम पहली बार तब सामने आया, जब राशन घोटाला मामले में ईडी ने उसके घर पर रेड डाली थी. उस दौरान भीड़ ने ईडी अधिकारियों पर हमला कर दिया. हमले में 3 अधिकारी जख्मी हुए और शाहजहां फरार हो गया था. इसके बाद शाहजहां के खिलाफ संदेशखाली में बड़ी संख्या में महिलाएं सड़कों पर उतर आईं जिन्होंने शाहजहां और उसके साथियों पर उत्पीड़न और जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया. विवाद बढ़ने के बाद बंगाल पुलिस ने शाहजहां को गिरफ्तार कर लिया था.
ईडी ने शाहजहां की 12.78 करोड़ से ज्यादा की चल-अचल संपत्ति जब्त की है. इनमें कृषि भूमि, अपार्टमेंट, मत्स्य पालन की जमीन और कुछ बिल्डिंग शामिल हैं. ये सभी प्रोपर्टी ग्राम सेरबेरिया, संदेशखाली और कोलकाता में स्थित हैं. शेख शाहजहां के खिलाफ बंगाल पुलिस ने आर्म्स एक्ट, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, हत्या, हत्या का प्रयास, जमीन पर जबरन कब्जे और उगाही जैसी संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज किया है.
बता दें कि संदेशखाली में प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमले की जांच कोलकाता हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंप दी है. इतना ही नहीं कोर्ट ने ईडी को ये आदेश दिया है कि वह शाहजहां को सीबीआई को सौंपने दे. हालांकि, कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ ममता सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का का दरवाजा खटखटाया है.
कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई की टीम पश्चिम बंगाल पुलिस की सीआईडी के पास शाहजहां को लेने पहुंची थी. लेकिन बंगाल पुलिस ने ईडी अधिकारियों पर हमले के मुख्य आरोपी शेख शहाजहां को सीबीआई को नहीं सौंपा. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में 6 फरवरी को सुनवाई होनी है.
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