नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) की अधिसूचना सोमवार को जारी हो गई है. नागरिकता संशोधन अधिनियम की घोषणा के बाद उत्तरपूर्वी दिल्ली, शाहीन बाग, जामिया समेत दिल्ली के अन्य संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सुरक्षाबलों इलाके में फ्लैग मार्च कर रहे हैं. यूपी के लखनऊ, बरेली, मेरठ, कानपुर, मुजफ्फरनगर, समेत कई और जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
डीसीपी नॉर्थईस्ट जॉय टिर्की ने बताया कि दिल्ली के उत्तर-पूर्व जिले के हर एक आम आदमी की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है. डीसीपी ने आगे कहा कि संवेदनशील इलाके में नागरिकों की सुरक्षा के लिए पूर्वोत्तर जिला पुलिस कर्मियों और अर्धसैनिक बलों द्वारा गहन गश्त और जांच की जा रही है. सभी से सुरक्षा निर्देशों का पालन करने का अनुरोध किया जाता है.
डीसीपी ने कहा कि हमने अर्धसैनिक बलों के साथ रात की निगरानी बढ़ा दी है. किसी को भी कानून-व्यवस्था की स्थिति का उल्लंघन करने की अनुमती नहीं दी जाएगी. हमने हर आम लोगों की सुरक्षा के लिए फ्लैग मार्च निकाला. खास बात है कि वर्ष 2020 में सीएए और एनआरसी को लेकर उत्तर पूर्वी जिले में दंगे भड़के थे. उस दौरान 53 लोगों की मौत हुई थी.
बता दें कि CAA नागरिकता संशोधन कानून 2019, तीन पड़ोसी देशों (पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश) के उन अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता देने का रास्ता खोलता है, जिन्होंने लंबे समय से भारत में शरण ली हुई है. इस कानून में किसी भी भारतीय, चाहे वह किसी मजहब का हो, की नागरिकता छीनने का कोई प्रावधान नहीं है. भारत के मुस्लिमों या किसी भी धर्म और समुदाय के लोगों की नागरिकता को इस कानून से कोई खतरा नहीं है.
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