हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट के अध्यक्ष प्यारे खान ने गुरुवार को CAA को लेकर विपक्षी दलों पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि सीएए लोगों को नागरिकता देने वाला कानून है, न कि नागरिकता छीनने वाला कानून है. फालतू में राजनीतिक दल इस कानून के तहत मुस्लिमों को घसीटकर अपनी रोटियां सेक रहे हैं. यह सिर्फ नागरिकता देने वाला कानून है.
समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट के अध्यक्ष प्यारे खान ने कहा कि CAA बहुत अच्छा कानून है, यह लोगों को नागरिकता देने वाला कानून है, किसी की नागरिकता छीनने वाला कानून नहीं है.
उन्होंने कहा, “देखा जाए तो ऐसी ही भ्रांतियां 370 (अनुच्छेद 370) से पहले भी खूब फैलाई गई थी. जब मैं कश्मीर गया और वहां के मुसलमानों से बात की. 370 हटने के बाद आज कश्मीर का विकास देखिए, तो देश में इस तरह की गतिविधियां चलती रहेंगी, लेकिन आज का मुसलमान बहुत समझदार है.”
संवाददाता ने जब पूछा कि क्या CAA आने के बाद मुसलमानों की नागरिकता खतरे में आ जाएगी? इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है… दबे-कुचले अल्पसंख्यक, जो दूसरे देशों में थे, उन लोगों के लिए यह कानून है. मुसलमानों का इससे कोई लेना-देना नहीं है और इस कानून के तहत मुसलमानों को घसीटा जा रहा है, राजनीतिक दल अपनी रोटी सेक रहे हैं…, यह नागरिकता देने वाला कानून है, नागरिकता छीनने वाला नहीं है.
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