लोकसभा चुनाव 2024 (LOK SABHA ELECTIONS 2024) की तारीखों का ऐलान निर्वाचन आयोग ने शनिवार (16 मार्च) को कर दिया. चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए पूरे चुनावी कार्यक्रम की जानकारी दी.
7 चरणों में होगा लोकसभा 2024 का चुनाव
पहला चरण- 19 अप्रैल को पहले चरण का चुनाव होगा. जिसमें में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में वोटिंग होगी. इसमें कुल 102 लोकसभा सीट शामिल हैं.
दूसरा चरण- 26 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान होगा. जिसमें 89 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी.
तीसरा चरण- तीसरे चरण की वोटिंग 7 मई को होगी. जिसमें कुल 94 लोकसभा सीटें शामिल हैं.
चौथा चरण- 13 मई को चौथे चरण की वोटिंग होगी. जिसमें कुल 96 लोकसभा सीटें हैं.
पांचवां चरण- पांचवें चरण की वोटिंग 20 मई को होगी. जिसमें कुल 49 सीटों पर मतदान होगा.
छठा चरण- 25 मई को छठे चरण की वोटिंग होगी. जिसमें कुल 57 सीटें शामिल हैं.
सातवां चरण- 1 जून को सातवें चरण की वोटिंग होगी. जिसमें कुल 57 सीटें शामिल हैं.
बता दें कि लोकसभा 2024 के चुनाव के साथ-साथ 4 राज्यों (आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और ओडिशा) में भी विधानसभा का चुनाव भी होगा.
1- आंध्र प्रदेश में 175 विधानसभा सीटों पर 13 मई को मतदान होगा.
2- अरुणाचल प्रदेश की 60 विधानसभा सीटों पर 19 अप्रैल को वोटिंग होगी.
3- सिक्किम की 32 विधानसभा सीटों पर भी 19 अप्रैल को वोटिंग होगी.
4- ओडिशा की 147 सीटों पर 4 चरण में मतदान कराए जाएंगे. पहला चरण 13 मई, दूसरा चरण 20 मई, तीसरा चरण 25 मई और चौथे चरण की मतदान 1 जून को होगा.
लोकसभा और 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव का परिणाम 4 जून को सामने आएंगे.
चुनाव की तारीखों की घोषणा करने से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 18वीं लोकसभा के गठन के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही देश में आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है. 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त हो जाएगा.
राजीव कुमार ने बताया कि लोकसभा चुनाव 2024 में 96.8 करोड़ मतदाता होंगे जबकि 2019 में 90 करोड़ मतदाता थे. इनमें से 49.7 करोड़ पुरुष और 47.1 करोड़ महिलाएं हैं. इस बार 1.8 करोड़ पहली बार के नए मतदाता हैं जोकि 18 से 19 वर्ष के हैं.
उन्होंने कहा कि हम 1.5 करोड़ मतदान अधिकारियों और 10.5 लाख मतदान केंद्रों के साथ लोकतंत्र का जश्न मनाने के लिए तैयार हैं. चुनाव में 55 लाख से अधिक ईवीएम का उपयोग किया जाएगा.
चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को प्रचार के दौरान मर्यादा बनाए रखने और दुर्व्यवहार तथा व्यक्तिगत हमलों से बचने की सलाह दी है.
राजीव कुमार ने कहा कि चुनावी प्रक्रिया में बाहुबल के अलोकतांत्रिक प्रभाव को रोकने के लिए कई उपाय किये हैं. सभी उम्मीदवारों को समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए डीएम और एसपी को सख्त निर्देश दिए गए हैं. सीएपीएफ को पर्याप्त रूप से तैनात किया जाएगा और प्रत्येक जिले में एकीकृत नियंत्रण कक्षों द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी. निगरानी सुनिश्चित करने के लिए चेक पोस्ट और ड्रोन का इस्तेमाल होगा.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार
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