चुनाव आयोग ने शनिवार (16 मार्च) को लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों की घोषणा कर दी है. इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि इलेक्शन कमीशन लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे.
‘कश्मीर में ज्यादा सिक्योरिटी की जरूरत’
राजीव कुमार ने जम्मू-कश्मीर में संसदीय और विधानसभा चुनाव एक साथ नहीं कराने पर सफाई देते हुए कहा कि हाल ही में जब इलेक्शन कमीशन की टीम ने वहां का दौरा किया तो जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने उन्हें बताया कि चुनाव कराने के लिए वहां ज्यादा सिक्योरिटी की आवश्यकता है.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, “प्रशासन ने हमें बताया कि हर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 10 से 12 उम्मीदवार होंगे, जिसका मतलब है कि लगभग 1,000 उम्मीदवार मैदान में उतरेंगे. हर उम्मीदवार को उचित सुरक्षा कवर देना पड़ता और इसके लिए अतिरिक्त बलों की आवश्यकता पड़ती.”
चुनाव आयोग ने कहा कि लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को खत्म हो रहा है. ऐसे में नई लोकसभा का गठन उससे पहले होना है. वहीं, आंध्र प्रदेश, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और ओडिशा में विधानसभाओं का कार्यकाल भी इस साल जून में अलग-अलग तारीखों पर खत्म हो रहा है और जम्मू कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव कराए जाने हैं. फिलहाल जम्मू कश्मीर में लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है. यहां पांच लोकसभा सीट के लिए 5 चरणों में वोट पड़ेंगे.
चुनाव आयोग ने कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव सात चरणों में होंगे. पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को होगी. दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होगा. तीसरे चरण की वोटिंग 7 मई को होगी. 13 मई को चौथे चरण का मतदान होगा. पांचवे चरण का मतदान 20 मई को होगा. छठे चरण की वोटिंग 25 मई और सातवें चरण का मतदान 1 जून को संपन्न होगा. मतगणना 4 जून को होगी.
बता दें कि बीजेपी, पीडीपी, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने यहां अलग-अलग चुनाव लड़ा था. नेशनल कॉनफ्रेंस ने कश्मीर की तीन और बीजेपी ने जम्मू की दो सीटों पर जीत हासिल की थी. इस बार जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस साथ चुनाव लड़ सकती हैं. पीडीपी भी अकेले ही चुनाव में अपना दमखम दिखाने के लिए रेडी है.
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