चीन बार-बार भारत के उत्तर पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताता आया है. चीन के इस दावे को भारत ने हमेशा से नकारा है. एक बार फिर जिनपिंग के इस दावे को भारत सरकार ने बकवास बताया है. केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि ऐतिहासिक रूप से चीन के साथ अरुणाचल प्रदेश का कोई संबंध नहीं है. यह राज्य भारत का अभिन्न अंग है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “ऐतिहासिक रूप से हमारा चीन के साथ कोई जुड़ाव या संबंध नहीं है. इसलिए अरुणाचल के चीन का हिस्सा होने का कोई सवाल ही नहीं है. राज्य के क्षेत्र पर दावा करने से जमीन पर स्थिति नहीं बदलेगी. हमारी स्थिति बहुत स्पष्ट है. अरुणाचल प्रदेश एक भारतीय क्षेत्र है.
समचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत करते हुए किरेन रिजिजू ने कहा, “अपने क्षेत्र को विकसित करना हमारा संप्रभु अधिकार है और कोई भी हम पर आपत्ति नहीं कर सकता.”
आपको बता दें कि हाल ही में पीएम मोदी ने अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया था, जिसके बाद चीन बौखला उठा. चीन के विदेश मंत्री वांग वेनबिन ने कहा कि इससे भारत-चीन का सीमा विवाद और बढ़ेगा. उन्होंने कहा था कि चीन के जंगनान को विकसित करने का भारत को कोई अधिकार नहीं है. बता दें कि चीन अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताता है और वह अरुणाचल नाम की जगह जगनान नाम का इस्तेमाल करता है.
किरेन रिजिजू से जब पीएम मोदी के दौरे पर चीनी विदेश मंत्री की टिप्पणी को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री या केंद्र सरकार की कोई भी अधिकारी अरुणाचल प्रदेश का दौरा कर सकता है. रिजिजू ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कों, सुरंगों और पुलों के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करते हुए महत्वपूर्ण प्रगति हुई है.
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