कराची: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत स्थित ग्वादर बंदरगाह प्राधिकरण परिसर में बुधवार को सुरक्षा बलों ने हथियारों से लैस बलूच उग्रवादियों के हमले को नाकाम करते हुए सात उग्रवादियों को ढेर कर दिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अलगाववादी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) बलूचिस्तान में चीन के निवेश का विरोध करता है, और चीन एवं पाकिस्तान पर संसाधन संपन्न प्रांत के शोषण का आरोप लगाता है. ग्वादर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जोहैब मोहसिन ने मीडिया को बताया कि ‘‘सात हमलावर मारे गए.’’
मकरान डिवीजन के आयुक्त सईद अहमद उमरानी ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि हमलावर ग्वादर बंदरगाह प्राधिकरण की इमारत में घुसने का प्रयास कर रहे थे. इससे पहले, स्थानीय मीडिया की खबरों में कहा गया कि सुरक्षा बलों के अभियान में आठ उग्रवादी मारे गये. अभी तक किसी सुरक्षाकर्मी या आम नागरिक के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा एवं संरक्षा विभाग ने एक बयान में कहा कि ग्वादर स्थित संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों के सात कर्मी ‘‘सुरक्षित’’ हैं.
प्रतिबंधित बीएलए के माजिद ब्रिगेड ने हमले की जिम्मेदारी ली है. यह बीएलए का आत्मघाती दस्ता है जो मुख्यत: सुरक्षा बलों और चीनी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाता है.
ईरान और अफगानिस्तान की सीमा से लगे बलूचिस्तान में लंबे समय से हिंसा छिड़ी है. पूर्व में बलूच विद्रोही समूहों ने 60 अरब अमेरिकी डॉलर की चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) परियोजनाओं को निशाना बनाते हुए कई हमले किए हैं. सीपीईसी के अंतर्गत कई परियोजनाओं में हजारों चीनी नागरिक पाकिस्तान में काम कर रहे हैं.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार
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