प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दो दिवसीय भूटान यात्रा आज (22 मार्च) से शुरू हो रही है. इससे पहले खराब मौसम के कारण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दो दिवसीय भूटान यात्रा स्थगित कर दी गई थी. यह राजकीय यात्रा भारत और भूटान के बीच नियमित रूप से होने वाली उच्चस्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा और सरकार की ‘पड़ोसी प्रथम की नीति’ पर जोर देने की कवायद के अनुरूप है. प्रधानमंत्री की भूटान यात्रा की पूर्व संध्या पर पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने इस संबंध में विज्ञप्ति जारी की.
भूटान यात्रा के संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पोस्ट में लिखा,” मैं भारत-भूटान साझेदारी को और मजबूत करने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लूंगा. मैं भूटान के महामहिम राजा, महामहिम चतुर्थ ड्रुक ग्यालपो और प्रधानमंत्री के साथ बातचीत के लिए उत्सुक हूं.”
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और भूटान के चौथे राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुक से मुलाकात करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे के साथ भी बातचीत करेंगे. भारत और भूटान के बीच आपसी विश्वास, समझ एवं सद्भावना पर आधारित एक अनूठी व स्थायी साझेदारी है. हमारी साझी आध्यात्मिक विरासत और दोनों देशों के लोगों के बीच मधुर संबंध हमारे असाधारण संबंधों में घनिष्ठता एवं जीवंतता का समावेश करते हैं.
पीआईबी के अनुसार, यह यात्रा दोनों पक्षों को पारस्परिक हित के द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय मामलों पर विचारों का आदान-प्रदान करने और दोनों देशों के लोगों के लाभ के लिए हमारी अनुकरणीय साझेदारी को विस्तारित एवं मजबूत करने के तौर-तरीकों पर विचार-विमर्श करने का अवसर प्रदान करेगी.
इससे पहले भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे पिछले सप्ताह गुरुवार से भारत की पांच दिवसीय यात्रा पर थे. जनवरी में प्रधानमंत्री का पदभार संभालने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा थी. अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी. उन्होंने विभिन्न उद्योगों के प्रमुखों के साथ बैठकें करने के अलावा कई अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था.
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