दिल्ली शराब घोटाले मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने बीते 21 मार्च को गिरफ्तार किया था. इस मामले को लेकर जर्मनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने टिप्पणी की थी. भारत ने जर्मनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की टिप्पणियों पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है. इसे भारत के आंतरिक मामलों में दखल बताते हुए नई दिल्ली स्थित जर्मन मिशन के उप प्रमुख को मंत्रालय में तलब किया गया. इस संबंध में की गई पक्षपातपूर्ण धारणाएं अत्यंत अनुचित हैं.
विदेश मंत्रालय ने इस संबंध में जानकारी साझा की है. मंत्रालय ने कहा है कि नई दिल्ली में जर्मन मिशन के उप प्रमुख जॉर्ज एन्ज़वीलर को आज बुलाया गया और हमारे आंतरिक मामलों पर उनके विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की टिप्पणियों पर भारत के कड़े विरोध से उन्हें अवगत कराया. साथ ही उनसे कहा गया कि भारत ऐसी टिप्पणियों को हमारी न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप और हमारी न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कमजोर करने के रूप में देखता है. भारत कानून के शासन वाला एक जीवंत और मजबूत लोकतंत्र है.
#WATCH | Georg Enzweiler, Deputy Head of Mission of the German Embassy, leaves from the Ministry of External Affairs (MEA) in Delhi. pic.twitter.com/1insDAZ7zx
— ANI (@ANI) March 23, 2024
जर्मनी ने क्या की थी टिप्पणी?
जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ हुई कार्रवाई को लेकर कहा कि ‘भारत एक लोकतांत्रिक देश है. हम उन मानकों में विश्वास करते हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता और बुनियादी लोकतांत्रिक मूल्य से संबंधित सिद्धांत भी इस मामले में लागू किए जाएंगे.’ जर्मनी ने कहा ‘केजरीवाल निष्पक्ष सुनवाई के हकदार हैं, उनको बिना किसी प्रतिबंध के सभी कानूनी रास्तों के उपयोग का हक मिलना चाहिए.’
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German Foreign Ministry spokesperson comments on the arrest of Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal pic.twitter.com/SYUN56abBe— Richard Walker (@rbsw) March 22, 2024
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