नई दिल्ली: होली के मौके पर सोमवार को पूर्वी दिल्ली के साउथ गणेश नगर में उस वक्त रंग में भंग पड़ गया, जब तीन बच्चों समेत कुल सात लोग हाईटेंशन विद्युत लाइन के संपर्क में आकर गंभीर रूप से झुलस गए. इन लोगों को उपचार के लिए लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल और सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ट्रांसफॉर्मर में ब्लास्ट होने से करीब आधा दर्जन बिजली के खंभों में आग लग गई और घरों के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी फुंक गए.
होली के पर्व पर साउथ गणेश नगर में रविवार रात एक चौक पर होलिका दहन हुआ था. रात से ही होली की मस्ती और गाने का दौर चल रहा था. आज सुबह से रंग खेलने का दौर शुरू हुआ तो सड़कों पर हुरियारों की टोलियां निकलने लगीं, जिन पर अपनी-अपनी छतों से बच्चे पानी से भरे गुब्बारे और पिचकारियों से रंग डालने लगे. इसी दौरान मकान नंबर डी-96 की छत के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन को अनदेखा करके बच्चे पानी और रंग के गुब्बारों से होली का जश्न मनाने लगे लेकिन उन्हें हाईटेंशन लाइन में दौड़ रहे 1 लाख 80 हजार वोल्टेज के करंट का अंदाजा नहीं रहा.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घर की पांचवीं मंजिल की छत से होली खेल रहे बच्चों ने पिचकारी से पानी की धार हाईटेंशन लाइन की ओर कर दी, जिससे हाई वोल्टेज करंट पानी के साथ छत पर उतर आया. उस समय छत पर होली खेलने के लिए मकान मालिक 41 वर्षीय देवेन्द्र नेगी उर्फ़ मोनू, अपनी पत्नी 32 वर्षीय सोनी, दो बच्चों नीव नेगी (13 वर्ष), नक्श नेगी (07 वर्ष), भांजी परी गोसाईं (14 वर्ष) के साथ थे. परी गोसाईं होली का त्यौहार मनाने अपनी नानी के घर आई हुई थी. इसके अलावा सेना में कार्यरत दूसरी मंजिल पर रहने वाले किरायेदार अपने एक दोस्त जवान के साथ छत पर मौजूद थे. ये सभी हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आ गए. करंट के प्रभाव से सभी सातों लोग गंभीर रूप से झुलस गए और उनके शरीर की त्वचा पूरी तरह से उधड़ गई.
अचानक हुए इस हादसे से साउथ गणेश नगर के ट्रांसफॉर्मर में ब्लास्ट हो गया और उससे जुड़े करीब आधा दर्जन बिजली के खंभों में आग लगने के साथ ही पूरे मोहल्ले की बिजली आपूर्ति भंग हो गई. हाई वोल्टेज करंट आने से हादसे वाले घर के आसपास करीब दो दर्जन से अधिक घरों के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण फुंक गए हैं. यह हादसा होने से पूरे मोहल्ले में हाहाकार मच गया और रंगोत्सव ग़मगीन माहौल में बदल गया. सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन और फायर ब्रिगेड के अधिकारी मौके पर पहुंचे. उन्होंने इन झुलसे बच्चों को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल और बड़े लोगों को एम्बुलेंस से सफदरजंग अस्पताल भिजवाया.
इसके बाद मौके पर पहुंची दमकल गाड़ियों ने करीब आधा दर्जन बिजली के खंभों में लगी आग को बुझाना शुरू किया लेकिन कई घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका. इसके बाद बिजली विभाग के अधिकारियों ने हाईटेंशन लाइन के हाई वोल्टेज से प्रभावित घरों में बिजली आपूर्ति शुरू करने के प्रयास शुरू किये हैं, लेकिन समाचार लिखे जाने तक स्थिति सामान्य नहीं हो सकी है. इस हादसे के बाद पूर्वी दिल्ली के साउथ गणेश नगर में होली का त्यौहार मातम में बदल गया है. अस्पताल में भर्ती झुलसे लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार
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