काठमांडू: नेपाल और भारत के बीच विद्युत आयात समझौते की समय-सीमा समाप्त होने वाली है. इसे देखते हुए नेपाल सरकार ने भारत से इस समझौते का नवीनीकरण करने का आग्रह किया है.
नेपाल के ऊर्जा मंत्रालय के सचिव गोपाल सिग्देल ने भारत के ऊर्जा सचिव पंकज अग्रवाल को फोन कर ऊर्जा आयात समझौते का नवीनीकरण करने का आग्रह किया है. शीत ऋतु में तथा शुष्क दिनों में नेपाल अपनी कुल खपत की 40 प्रतिशत बिजली भारत से आयात करता है. अगर यह नवीनीकरण नहीं होता है तो नेपाल में प्रतिदिन 8-10 घंटे तक की बिजली कटौती का खतरा बना हुआ है. नेपाल विद्युत प्राधिकरण की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार इस समय नेपाल में 1500 मेगावाट बिजली की खपत हो रही है. इसमें करीब 46 प्रतिशत भारत से आयात हो रही है.
भारत के एनर्जी एक्सचेंज लिमिटेड से नेपाल बिजली खरीद बिक्री करता आ रहा है. नेपाल में सरप्लस बिजली पैदा होने पर वह 600 मेगावाट तक की बिजली निर्यात भी करता है लेकिन इस मौसम में भारत से बिजली आयात होता आया है. प्राधिकरण के प्रवक्ता चन्दन घोष ने बताया कि पांच साल तक के लिए बिजली आयात समझौता होने के बावजूद हर साल इसका नवीनीकरण करने का प्रावधान है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार
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