नई दिल्ली: एसएंडपी ग्लोबल के बाद मॉर्गन स्टेनली ने भी अपने पूर्वानुमान में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वृद्धि के संकेत दिए है. मॉर्गन स्टेनली ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी वृद्धि का पूर्वानुमान 6.50 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.80 प्रतिशत कर दिया है. इसके साथ ही वित्त वर्ष 2023-24 के लिए विकास दर को संशोधित कर 7.90 प्रतिशत कर दिया है.
वैश्विक ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने बुधवार को जारी पूर्वानुमान में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत के आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को संशोधित कर 6.80 प्रतिशत कर दिया है, जो पिछले अनुमान 6.50 प्रतिशत से 30 आधार अंक अधिक है. वित्तीय सेवा कंपनी ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए विकास दर के पूर्वानुमान को भी संशोधित कर 7.90 प्रतिशत कर दिया है. मॉर्गन स्टेनली को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2023-24 की 31 मार्च को समाप्त होने वाली चौथी तिमाही में लगभग सात प्रतिशत की अनुमानित वृद्धि दर के साथ भारत की जीडीपी वृद्धि मजबूत रहेगी.
वैश्विक वित्तीय सेवा फर्म का यह अनुमान भारत की आर्थिक स्थिति पर एक आशावादी दृष्टिकोण के मद्देनजर सामने आया है. मॉर्गन स्टेनली ने देश की ताकत और स्थिरता पर अपना भरोसा जताया है. कंपनी को वित्त वर्ष 2022-25 में ग्रामीण-शहरी उपभोग और निजी-सार्वजनिक पूंजीगत व्यय के बीच बढ़ते अंतर के साथ विकास की यह गति व्यापक होने की उम्मीद है. मॉर्गन स्टेनली एक वैश्विक वित्तीय सेवा फर्म है, जिसका मुख्यालय अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में स्थित है.
उल्लेखनीय है कि आरबीआई ने अगले वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी वृद्धि दर सात प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है जबकि चालू वित्त वर्ष 2023-24 में आर्थिक वृद्धि दर 7.30 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए जीडीपी में वास्तविक जीडीपी वृद्धि 7.30 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है, जो पिछले वित्त वर्ष के 7.20 प्रतिशत के मुकाबले अधिक है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार
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