नई दिल्ली: देश के आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि की रफ्तार फरवरी में सालाना आधार पर धामी पड़कर 6.7 प्रतिशत रही है. हालांकि, इससे पिछले महीने जनवरी के संशोधित 4.1 प्रतिशत के मुकाबले बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर अधिक है.
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा कि उर्वरक जैसे क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन की वजह से आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर फरवरी महीने में सालाना आधार पर धीमी पड़कर 6.7 प्रतिशत रही. हालांकि, बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर जनवरी के मुकाबले अधिक है, जो 4.1 प्रतिशत थी. दिसंबर 2023 में यह 4.9 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी जबकि फरवरी, 2023 में वृद्धि दर 7.4 प्रतिशत रही थी.
मंत्रालय के मुताबिक फरवरी, 2024 में कोयला, प्राकृतिक गैस, सीमेंट, स्टील, कच्चे तेल, बिजली और रिफाइनरी उत्पादों के उत्पादन में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है. इस तरह कुल मिलाकर इन क्षेत्रों की उत्पादन में वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष 2023-24 में अप्रैल-फरवरी में घटकर 7.7 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में अप्रैल-फरवरी के दौरान 8.2 प्रतिशत थी. वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक उर्वरक के उत्पादन में गिरावट आई है.
उल्लेखनीय है कि देश के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में आठ प्रमुख बुनियादी क्षेत्रों का योगदान 40.27 प्रतिशत है. आठ बुनियादी उद्योगों में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार
कमेंट