भारतीय रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की 3 दिन से चल रही मीटिंग के नतीजों की घोषणा हो गई है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि RBI ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. RBI ने रेपो रेट 6.50% पर बरकार रखा है.
इसी के साथ RBI ने रिवर्स रेपो रेट 3.35% पर स्थिर रखा है. तो वहीं मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF) और बैंक रेट में भी कोई बदलाव ना करते हुए इसे 6.75% पर ही बरकरार रखा है. जबकि परमानेंट डिपॉजिट फेसिलिटी (SDF) को भी 6.25% पर स्थिर रखा है. आपको बता दें कि ये लगातार सांतवी बार है जब RBI ने रेपो रेट्स को स्थिर रखा है.
ग्रोथ रेट बरकरार
गवर्नर शक्तिकांत दास ने ये राहत की खबर देते हुए कहा कि ग्रोथ ने सभी अनुमानों को पार करते हुए अपनी गति बरकरार रखी है. उन्होंने बताया कि जनवरी और फरवरी में हेडलाइन मुद्रास्फीति घटकर 5.1% पर आ गई है और दिसंबर महीने में 5.7% की पीक से नीचे उतर कर 5.1% पर आ गई है.
आपकी जेब पर कैसे पड़ेगा असर
रेपो रेट वो दर होता है जिस पर देश का केंद्रीय बैंक यानी RBI की बैंक को लोन देता है. रेपो रेट का उपयोग मौद्रिक अधिकारियों द्वारा महंगाई को नियंत्रित करने के लिए की जाती है. रेपो रेट में हुए बदलाव का असर आम आदमी द्वारा बैंकों से लिए गए लोन पर पढ़ता है. रेपो रेट में कटौती से होम लोन और कार की ईएमआई घट जाती है. इसी तरह जब रेपो रेट बढ़ाई जाती है तो कार और होम पर लगने वाला ब्याज बढ़ जाता है.
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