पश्चिम बंगाल की ममता सरकार बुरी तरह से घिरी है. टीएसी कार्यकर्ताओं द्वारा विरोधियों पर हमले के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. पूर्वी मेदिनीपुर में टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम पर हमले का मामला थमा भी नहीं है कि अब पश्चिम बंगाल की हुगली लोकसभा सीट से भाजपा की उम्मीदवार लॉकेट चटर्जी ने तृणमूल कांग्रेस समर्थकों पर अपनी कार पर हमला करने का आरोप लगाया है.
बीजेपी प्रत्याशी हुगली के मगोरा में एक धार्मिक समारोह में भाग लेने पहुंची थीं, इसी दौरान भीड़ ने उनकी कार पर हमला कर दिया है.
इस बारे में जानकारी देते हुए लॉकेट चटर्जी ने बताया कि शनिवार शाम को हम लोग अपना प्रचार कर रहे थे, तभी करीब साढ़े नौ बजे एक काली पूजा के समारोह में भाग लेने गई थी, वहां बहुत सारी महिलाएं थीं जो हम लोगों के साथ पूजा कर रहीं थीं, पूजा के बाद में अपनी कार पर में बैठकर अपने अगले कार्यक्रम के लिए जाने लगी, तभी वहां भीड़ इकट्ठी हो गई और कुछ लोग लंबे-लंबे डंडे में काले झंडे लेकर विरोध करने लगे. उन्होंने बताया कि भीड़ ने मेरी गाड़ी घेर ली और मेरी कार पर लगे झंडे को तोड़ दिया. ये लोग मेरी कार में घुसने की कोशिश कर रहे थे. लॉकेट चटर्जी ने बताया कि मैं अपने सुरक्षाकर्मियों की मदद से वहां से निकल सकी.
बीजेपी नेता लॉकेट चटर्जी ने बताया कि मुझे बाद में पता चला कि टीएमसी के कई नेताओं के नेतृत्व में मुझ पर हमला किया गया है, मैं टीएमसी के भ्रष्टाचार को उजागर कर रही हूं, इसलिए ये लोग मुझे मारने कीकोशिश कर रहे हैं, लेकिन जनता हमारे साथ है.
वहीं, बीजेपी नेता अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा है कि टीएमसी के गुंडों ने हुगली लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार लॉकेट चटर्जी की कार पर हमला किया है.
Tonight, TMC goons, led by local Councillor Shilpi Chatterjee, attacked BJP MP and Hooghly candidate Locket Chatterjee’s car, while she was returning from #KaliPuja in Bansberia.
Shilpi and her band of thugs can dare to do this because they know Mamata Banerjee’s police will… pic.twitter.com/zhn0Nub6mb— Amit Malviya (@amitmalviya) April 6, 2024
बता दें कि इससे पहले एनआईए ने पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले में भीड़ की ओर से जांच एजेंसी की टीम पर हमला किए जाने के बीच 2022 के विस्फोट मामले में शनिवार को दो प्रमुख साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया था. वहीं, सीएम ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि ग्रामीणों ने एनआईए के अधिकारियों पर हमला नहीं किया, बल्कि केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने उन पर हमला किया. मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की प्रतिक्रिया को आत्मरक्षा में उठाया गया कदम बताकर उनका बचाव किया था. ममता ने दावा किया कि NIA की टीम ‘2022 में पटाखों में विस्फोट’ की एक घटना की जांच के सिलसिले में सुबह जल्दी ग्रामीणों के घरों में घुस गई थी.
कमेंट