इजराइली ड्रोन को हिजबुल्ला द्वारा पूर्वी लेबनान के आकाश में मार गिराने के बाद इजराइल ने हिजबुल्ला के ठिकानों पर रविवार (7 अप्रैल) को हमले कर अब तक 270 लड़ाकों को मार गिराया है.
सीरिया में ईरानी दूतावास पर इजराइल के हमले के बाद बढ़े तनाव के बीच लेबनान-इजराइल सीमा पर हिजबुल्ला और इजराइली सेना के बीच टकराव की घटनाएं बढ़ गई हैं. हिजबुल्ला ईरान समर्थित सशस्त्र संगठन है जिसकी लेबनान की सत्ता में भागीदारी है.
इस बीच, इजराइल ने कहा है कि वह ईरान के किसी भी दुस्साहस का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है. इजराइली सेना ने बताया है कि उसके लड़ाकू विमानों ने लेबनान के बालबेक शहर में स्थित हिजबुल्ला के सैन्य परिसर और तीन अन्य ठिकानों को निशाना बनाया. इन हमलों में हुए जान-माल के नुकसान का अभी पता नहीं लग सका है.
वहीं हिजबुल्ला ने बताया है कि उसके राकेट हमलों में इजराइल के कब्जे वाली गोलान पहाड़ियों पर बने इजराइली हवाई सुरक्षा ठिकाने बर्बाद हो गए हैं. इजराइल ने हिजबुल्ला के इस दावे पर अब तक कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है.
हमास के समर्थन में हिजबुल्ला ने 8 अक्टूबर, 2023 को इजराइल पर हमले किए थे उसके बाद से दोनों पक्षों में टकराव जारी है. इस टकराव में अभी तक हिजबुल्ला के 270 लड़ाके और इजरायल के 50 नागरिक व सैनिक मारे गए हैं. दोनों पक्षों ने करीब एक-एक लाख लोगों को सीमा से दूर सुरक्षित स्थानों पर भेजा है.
गाजा में गश्त के दौरान इजराइली सेना के गश्ती दल पर शनिवार को हुए हमले में कमांडो यूनिट के चार सैनिक मारे गए हैं. यह हमला उस समय हुआ जब ध्वस्त हुई एक इमारत के नजदीक से गुजर रहे थे तभी एक सुरंग से निकले लड़ाकों ने उन्हें निशाना बना लिया. मारे गए सभी सैनिक 20-21 वर्ष के थे. अभी तक गाजा में कार्रवाई के दौरान इजराइली सेना के 260 सैनिक मारे जा चुके हैं. इस बीच इजराइली सेना ने कहा है कि दक्षिणी गाजा से सैनिकों की संख्या कम की जाएगी. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि बंधकों की रिहाई से पहले गाजा में युद्धविराम नहीं होगा.
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हिन्दुस्थान समाचार
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